जब भी किसी युवा की उम्र 25 साल पार करती है, तो परिवार और समाज की नजरों में सबसे बड़ा सवाल बन जाता है—"शादी कब करोगे?" माता-पिता से लेकर रिश्तेदारों तक, सभी की चिंता इसी एक बात को लेकर होती है। खासकर अगर बेटा या बेटी पढ़ाई पूरी कर चुके हों और नौकरी में भी हों, तो ये सवाल और तीखा हो जाता है। लड़के-लड़कियों को हर जगह यही सुनने को मिलता है कि अब शादी की उम्र हो गई है। कई बार ये सवाल इतने बार दोहराया जाता है कि लोग झुंझलाकर जवाब देने लगते हैं—"अभी उम्र ही क्या है!" लेकिन क्या वाकई शादी की कोई तय उम्र होती है?
क्या इसे लेकर कोई वैज्ञानिक या सामाजिक तर्क मौजूद हैं? इस लेख में हम जानने की कोशिश करेंगे कि शादी का फैसला किन आधारों पर लेना चाहिए—उम्र के हिसाब से, मानसिक और आर्थिक तैयारी के अनुसार या फिर समाज के दबाव में?
शादी सिर्फ रिश्ता नहीं है
शादी कोई आम फैसला नहीं है। ये दो दिलों का ही नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी जुड़ाव होता है। इसलिए ये कदम बिना सोचे-समझे नहीं उठाना चाहिए। भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक रूप से तैयार रहना ज़रूरी है।
क्या वाकई है कोई 'परफेक्ट' उम्र?
विशेषज्ञों का मानना है कि शादी की कोई तय उम्र नहीं होती। जब व्यक्ति मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से तैयार हो – वही सही समय होता है। जल्दबाजी या बहुत देरी, दोनों ही आगे चलकर मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं। सही वक्त पर शादी से फैमिली प्लानिंग भी आसान हो जाती है।
लड़के और लड़कियों के लिए उम्र का फर्क
अध्ययनों के अनुसार, महिलाओं के लिए शादी की आदर्श उम्र 21 से 30 साल मानी जाती है, जबकि पुरुषों के लिए 25 से 33 साल के बीच। इस समय व्यक्ति न सिर्फ शारीरिक रूप से फिट होता है, बल्कि करियर और जीवन के अहम फैसले भी समझदारी से ले सकता है।
क्यों मायने रखता है सही उम्र में विवाह?
इस उम्र में फर्टिलिटी यानी संतान पैदा करने की क्षमता सबसे अच्छी होती है। अगर सही समय पर शादी हो, तो प्रेग्नेंसी के दौरान जटिलताएं भी कम होती हैं और माता-पिता बनने का सफर आसान रहता है।
देर हो जाए तो क्या विकल्प हैं?
अगर किसी वजह से शादी 35 की उम्र के बाद करनी पड़े, तो निराश होने की जरूरत नहीं। आजकल एग फ्रीजिंग और स्पर्म फ्रीजिंग जैसी तकनीकें मौजूद हैं। ये तकनीक भविष्य में संतान की प्लानिंग में सहायक बनती हैं। IVF और अन्य तकनीकों की मदद से भी माता-पिता बनने का सपना पूरा किया जा सकता है।
शादी न तो समाज के दबाव में करें, न ही उम्र देखकर घबराएं। जब मन, शरीर और हालात कहें कि अब तैयार हो – तब ही लें ये बड़ा फैसला। क्योंकि सही समय पर लिया गया निर्णय ही जिंदगी को खूबसूरत बनाता है।