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Asim Munir Vs Imran Khan: 'हालात बदतर हो रहे हैं...'; पूर्व पाकिस्तानी PM इमरान खान का आसिम मुनीर पर निशाना

Asim Munir Vs Imran Khan: इमरान खान ने कहा है कि अफगानिस्तान में मौजूदा सरकार का विरोध करने वाली लॉबी को खुश करने की कोशिश में सेना प्रमुख आसिम मुनीर अपनी अदूरदर्शिता के कारण वह शांति खत्म कर रहे हैं जो हमारे कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में स्थापित हुई थी। उन्होंने कहा कि अब हालात और बदतर हो रहे हैं

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Sep 09, 2025 पर 11:13 PM
Asim Munir Vs Imran Khan: 'हालात बदतर हो रहे हैं...'; पूर्व पाकिस्तानी PM इमरान खान का आसिम मुनीर पर निशाना
Asim Munir Vs Imran Khan: इमरान खान कई मामलों में दो साल से अधिक समय से जेल में बंद हैं

Asim Munir Vs Imran Khan: जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना प्रमुख आसिम मुनीर की अफगानिस्तान नीति को दोषपूर्ण बताते हुए कहा है कि शीर्ष जनरल की अदूरदर्शिता क्षेत्र में शांति खत्म कर रही है। 72 साल के इमरान खान कई मामलों में दो साल से अधिक समय से जेल में बंद हैं। उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का दावा है कि खान का अपराध सेना की ताकत को चुनौती देना था।

इमरान खान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "अफगानिस्तान में मौजूदा सरकार का विरोध करने वाली लॉबी को खुश करने की कोशिश में आसिम मुनीर अपनी अदूरदर्शिता के कारण वह शांति खत्म कर रहे हैं जो हमारे कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में स्थापित हुई थी। जहां मजबूत रिश्ते होने चाहिए थे, वहां हालात और बदतर हो रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "मुझे इस बात का गहरा दुख है कि हमारे अफगान भाइयों को जबरन पाकिस्तान से बाहर निकाला जा रहा है। जब अफगानिस्तान में भूकंप आया है, हमें उनकी मदद करनी चाहिए, न कि उन्हें बाहर निकालना चाहिए।" खान ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन को निर्देश दिया कि वह अफगानिस्तान का दौरा करें। ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की दिखावटी सरकार को जवाब देना चाहिए कि अगर पंजाब की मुख्यमंत्री मरयम नवाज जापान और थाईलैंड की यात्रा कर सकती हैं। तो खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अपने प्रांत में शांति के लिए अफगानिस्तान क्यों नहीं जा सकते?

खान ने कहा कि सैन्य अभियान, ड्रोन हमले और खैबर पख्तूनख्वा में लोगों का जबरन विस्थापन वास्तव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार को कमजोर करने का प्रयास है, जो जनता के जनादेश से बनी थी।

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