हथियारों की बिक्री के मामले में चीन ने लंबी छलांग लगाई है और सेंट्रल एशिया में रुस को पछाड़कर सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर बन गया है। सोवियत संघ के विघटन के बाद अधिकतर समय इस मार्केट में रुस का दबदबा था, खासतौर से कजाकस्तान, ताजिकिस्तान और उजेबिस्तान को हथियारों की बिक्री को लेकर। हालांकि यूक्रेन से लड़ाई के चलते रुस से हथियारों का निर्यात तेजी से गिरा है जिससे बाकी के देशों जैसे कि चीन, टर्की, बेलारुस, फ्रांस, स्पेन और इटली के लिए काफी मौके बने। फिलहाल हथियारों की वैश्विक सप्लाई के मामले में चीन चौथे स्थान पर है।