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Pannun Close Arrested: कनाडा में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी गिरफ्तार, रंग लाई अजीत डोभाल की मेहनत

Pannun Close Arrested: कनाडाई अधिकारियों ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के करीबी सहयोगी इंद्रजीत सिंह गोसल को गिरफ्तार कर लिया है। गोसल को ओटावा में कई आरोपों में हिरासत में लिया गया है। इस कार्रवाई को अलगाववादी समूहों के प्रति कनाडा के पहले के उदार रुख में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Sep 22, 2025 पर 5:09 PM
Pannun Close Arrested: कनाडा में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी गिरफ्तार, रंग लाई अजीत डोभाल की मेहनत
Pannun Close Arrested: कनाडा ने खालिस्तानी आतंकी इंद्रजीत सिंह गोसल को गिरफ्तार कर लिया है

Pannun Close Arrested: कनाडा में भारत के दुश्मन नंबर वन खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के एक बेहद करीबी पर बड़ी कार्रवाई हुई है। कनाडाई अधिकारियों ने पन्नू के करीबी सहयोगी इंद्रजीत सिंह गोसल को गिरफ्तार कर लिया है। गोसल को ओटावा में कई आरोपों में हिरासत में लिया गया है। इस कार्रवाई को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में एक्टिव अलगाववादी समूहों के प्रति कनाडा के पहले के उदार रुख में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इंद्रजीत सिंह गोसल खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस के आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू का पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) था। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने अपने सख्त संदेश से कनाडा की सरकार पर खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव डाला था। न्यूज 18 के मुताबिक, इसके बाद से यह बड़ी कार्रवाई की गई है।

गोसल को गुरपतवंत सिंह पन्नू का दायां हाथा माना जाता है। 36 वर्षीय इंद्रजीत को कनाडा की पुलिस ने पिछले साल नवंबर में भी एक हिंदू मंदिर पर हुई हिंसा के मामले में कस्टडी में लिया था। लेकिन फिर उसे शर्तों पर रिहा कर दिया गया था। 

गोसल कनाडा में खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह कराने का कॉर्डिनेटर था। बताया जा रहा है कि उसे हथियारों से जुड़े एक मामले में पकड़ा गया है। हालांकि, कनाडा पुलिस की तरफ से अब तक ये साफ नहीं बताया गया है कि ये गिरफ्तारी किस मामले में की गई है। सितंबर महीने की शुरुआत में कनाडाई सरकार ने एक आंतरिक रिपोर्ट में अपनी धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी समूहों की मौजूदगी और उन्हें भारत के खिलाफ आतंक के लिए कनाडा में फंडिंग कैसे मिलती है, यह स्वीकार किया था।

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