Hong Kong Fire: हांगकांग में ताई पो जिले के वांग फुक कोर्ट के बहुमंजिला आवासीय परिसर में लगी विनाशकारी आग ने 44 से अधिक लोगों की जान ले ली है। 300 से अधिक लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। हजारों निवासियों को आपातकालीन आश्रय शिविरों में पहुंचाया गया है। यह भयंकर त्रासदी हांगकांग के पिछले 60 सालों के इतिहास में सबसे घातक आग बन गई है। बुधवार को लगी इस आग से चीनी क्षेत्र के स्काईलाइन पर बड़े पैमाने पर धुआं छाया रहा। आज सुबह यानी गुरुवार तक भी आग पूरी तरह से बुझाई नहीं जा सकी है। घटनास्थल पर अभी भी 760 से अधिक दमकलकर्मी तैनात है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं आखिर कैसे लगी आग और अब तक के क्या है अपडेट।
आग बुधवार को स्थानीय समयानुसार 14:51 बजे हांगकांग के ताई पो जिले में स्थित एक बड़े आवास परिसर वांग फुक कोर्ट में लगी। वांग फुक कोर्ट में 31 मंजिला आठ टावर ब्लॉक हैं। जिला पार्षद मुई सिउ-फंग के अनुसार, इनमें से सात इमारतें आग से प्रभावित हुई हैं। इन इमारतों में लगभग 4,600 निवासियों के लिए 1,984 अपार्टमेंट हैं।साल 1983 में बनी इन इमारतों में फिलहाल मेंटेनेंस का काम चल रहा था। इमारतों के बाहरी हिस्से पर बांस का मचान और जाल लगा हुआ था। फुटेज से पता चलता है कि आग बांस के माध्यम से बहुत तेजी से फैली।
सेफ्टी डिपार्टमेंट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आग इतनी तेजी से क्यों फैली, फिलहाल इसकी जांच हो रही है। एक कारक खिड़कियों के चारों ओर पॉलीस्टाइन (अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री) का उपयोग होना बताया गया है। निवासियों द्वारा यह भी रिपोर्ट किया गया है कि आग लगने पर अलार्म नहीं बजा।
हांगकांग अग्निशमन विभाग ने इस आग को लेवल पांच अलार्म (सर्वाधिक गंभीरता) के रूप में वर्गीकृत किया है। बता दें कि हांगकांग में 17 साल बाद लेवल पांच की आग लगी है। स्थानीय मीडिया ने इमारतों के अंदर विस्फोटों की आवाज आने की भी सूचना दी। दमकल सेवाओं के उप निदेशक डेरेक आर्मस्ट्रांग चैन ने बताया कि भीषण गर्मी के कारण दमकलकर्मी बचाव कार्यों के लिए इमारतों में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि जली हुई इमारतों का मलबा और मचान नीचे गिर रहा है, जिससे हमारे फ्रंट-लाइन कर्मियों के लिए खतरा पैदा हो रहा है।' आग बुझाने के लिए 767 दमकलकर्मी, 128 फायर इंजन, 57 एंबुलेंस और लगभग 400 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया।
सरकार ने खाली कराए गए निवासियों को ठहराने के लिए कई आपातकालीन आश्रय गृह स्थापित किए हैं। जानकारी के मुताबिक, करीब 900 लोग अस्थायी सुविधाओं में शरण लिए हुए हैं। आग और यातायात व्यवधान के कारण ताई पो के छह स्कूल आज यानी गुरुवार को बंद रहेंगे।
अब तक हुई है 3 गिरफ्तारियां
पुलिस प्रवक्ता ने कहा, 'हमारे पास यह मानने का कारण है कि कंपनी के प्रभारी लोग घोर लापरवाह थे, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई और आग अनियंत्रित रूप से फैल गई, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में हताहत हुए'। हालांकि, आग लगने की शुरुआती वजह क्या रही ये अभी भी अज्ञात है। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के संदेह में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो एक निर्माण फर्म के निदेशक हैं, जबकि तीसरा एक इंजीनियरिंग सलाहकार है। अधिकारियों ने इमारतों के बाहर लगे जाली और सुरक्षात्मक सामग्री को गैर-फायरप्रूफ पाया। खिड़कियों को ढकने के लिए इस्तेमाल किए गए थर्माकोल को भी आग का कारण माना जा रहा है।
हांगकांग में सदियों से उपयोग होता है बांस का मचान
इस भीषण आग के पीछे एक बड़ी वजह बांस के मचान को माना जा रहा है। अधिकारियों ने कहा है कि इस आग के तेजी से फैलने में बांस के मचान की उच्च ज्वलनशीलता एक बड़ी भूमिका हो सकती है।बता दें कि हांगकांग में सदियों से बांस के मचान का उपयोग होता चला आ रहा है। बांस जल्दी बढ़ता है, हल्का और मजबूत होता है। यही वजह है कि इसका उपयोग होता है। वैसे साल 1962 में शाम शुई पो में आग लगने से 44 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से सुरक्षा चिंताओं के कारण सरकार ने मेटल के उपयोग की ओर बढ़ने का फैसला किया था।