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फ्लश करो धरती बचाओ! Microsoft खरीदेगी 1.7 अरब डॉलर में इंसानों का मल, बड़ी अनोखी है पर्यावरण बचाने की ये हाईटेक डील

दरअसल इंसानी और फूड वेस्ट का ऑर्गेनिक मटेरियल जब खुली हवा में सड़ता है, तो उससे मेथेन गैस निकलती है, जो कार्बन डायऑक्साइड से चार गुना ज्यादा नुकसानदायक होती है। Vaulted Deep के CEO जूलिया रीचेलस्टीन ने कहा, “हम सतह की इस समस्या को जमीन के नीचे हमेशा के लिए हल कर रहे हैं

अपडेटेड Jul 24, 2025 पर 9:09 PM
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Microsoft ने हाल ही में एक अनोखी डील साइन की है, जिसकी रकम है करीब 1.7 अरब डॉलर

टेक जगत में क्लाइमेट टेक में नया ट्विस्ट आ गया है। माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में एक अनोखी डील साइन की है, जिसकी रकम है करीब 1.7 अरब डॉलर। इस डील के तहत, अमेरिकी स्टार्टअप Vaulted Deep के साथ मिलकर इंसानी मल-गोबर और अन्य जैविक कचरे को धरती की सतह से लगभग 5000 फीट नीचे गहरा दबाकर पर्यावरण में कार्बन एमिशन को कम करने की योजना है। यह कोई आम तकनीक नहीं, बल्कि एक ऐसा कदम है, जिससे हर बार जब भी कोई अपने वॉशरूम में फ्लश करेगा, कार्बन डायऑक्साइड के उत्सर्जन से बचा जाएगा।

दरअसल, इंसानी और फूड वेस्ट का ऑर्गेनिक मटेरियल जब खुली हवा में सड़ता है, तो उससे मेथेन गैस निकलती है, जो कार्बन डायऑक्साइड से चार गुना ज्यादा नुकसानदायक होती है। Vaulted Deep के CEO जूलिया रीचेलस्टीन ने कहा, “हम सतह की इस समस्या को जमीन के नीचे हमेशा के लिए हल कर रहे हैं।”

माइक्रोसॉफ्ट की ये इन्वेस्टमेंट बायोलॉजिकल कार्बन सिक्वेस्ट्रेशन (कार्बन को प्रकृति में कैद करने) में अब तक की सबसे बड़ी योजना में से एक मानी जा रही है। कंपनी अपनी तेजी से बढ़ती AI और डेटा सेंटर एक्टिविटी से निकलने वाले 23 से 30% बढ़े कार्बन फुटप्रिंट को कम करना चाहती है।


साल 2023 में माइक्रोसॉफ्ट ने कुल 75.5 मिलियन टन CO2 के बराबर कार्बन छोड़ा, जिसमें बड़ी हिस्सेदारी Scope 3 इमीशंस की है। ये वो उत्सर्जन हैं, जो सीधे एनर्जी इस्तेमाल से नहीं, बल्कि सप्लाई चैन, कंस्ट्रक्शन मटेरियल और सर्वर मैन्युफैक्चरिंग से निकलते हैं।

गंदगी से सफाई तक का सफर

परंपरागत तरीके जैसे खेतों में जैविक कचरे को फैलाना पर्यावरण के लिए खतरनाक होता है, क्योंकि इससे जल प्रदूषण होता है और PFAS जैसे फॉरेवर केमिकल्स भी वातावरण में पहुंचते हैं। Vaulted Deep की यह डीप इंजेक्शन तकनीक, ग्रीनहाउस गैसों के साथ-साथ इन प्रदूषणों को भी जड़ से खत्म कर देती है।

बड़ा वादा: 2030 तक कार्बन नेगेटिव

माइक्रोसॉफ्ट ने क्लाइमेट चैलेंज जंग में बड़ा दांव लगाया है। कंपनी ने 2030 तक खुद को कार्बन निगेटिव बनाने की प्रतिज्ञा की है और 2050 तक अपनी स्थापना से लेकर अब तक के सारे कार्बन एमिशन को हटाने की भी योजना बनाई है। अब तक कंपनी 83 मिलियन टन से ज्यादा कार्बन क्रेडिट्स खरीद चुकी है, जिसमें अकेले पिछले साल 59 मिलियन टन का हिस्सा है।

Vaulted Deep के साथ यह पूप-टू-कार्बन स्टोरेज डील, माइक्रोसॉफ्ट के इस आकांक्षी लक्ष्य का सबसे अहम और अनोखा हिस्सा है। जहां एक ओर ये योजना इंसानी गंदगी को गहराई में दफनाकर कार्बन कम कर रही है, वहीं दूसरी ओर यह पूरी दुनिया के लिए क्लाइमेट टेक में एक नया ट्रेंड सेट कर रही है।

इसलिए ये केवल एक क्लाइमेट प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि मानवता के लिए एक नई उम्मीद है। सोचिए, अगले फ्लश के साथ आपको लगेगा कि आप भी धरती को बचाने में अपना योगदान दे रहे हैं।

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