RBI के एक्शन का Paytm Money पर क्या होगा असर? दुकानदारों की बढ़ेगी ये दिक्कत
केंद्रीय बैंक RBI ने पिछले महीने के आखिरी दिन 31 जनवरी 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर प्रतिबंध लगा दिया और इसे नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट सर्विसेज बढ़ाने पर रोक लगा दिया। यह फैसला 29 फरवरी से लागू हो जाएगा। हालांकि पेटीएम के मौजूदा ग्राहकों को फिलहाल अपने बैलेंस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है और इसे निकाल सकते हैं
केंद्रीय बैंक RBI की कार्रवाई का पेटीएम ऐप के जरिए पेटीएम और यूपीआई करने पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
केंद्रीय बैंक RBI ने पिछले महीने के आखिरी दिन 31 जनवरी 2024 को पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर प्रतिबंध लगा दिया और इसे नए डिपॉजिट्स लेने और क्रेडिट सर्विसेज बढ़ाने पर रोक लगा दिया। यह फैसला 29 फरवरी से लागू हो जाएगा। हालांकि पेटीएम के मौजूदा ग्राहकों को फिलहाल अपने बैलेंस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है और इसे निकाल सकते हैं। इसके लिए कोई डेडलाइन नहीं फिक्स की गई है। पेटीएम पर करीब दो साल पहले मार्च 2022 में नए ग्राहक जोड़ने से रोका गया था। आरबीआई को KYC से जुड़े नियमों का अनुपालन न करने, एक वर्ष से अधिक पुराने खातों के लिए KYC नॉर्म्स का अनुपालन न करने, मनी लॉन्ड्रिंग के नियमों के उल्लंघन, रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शंस और पेमेंट बैंक अकाउंट में अनुमति से अधिक पैसे रखने को लेकर दिक्कतें थीं।
Paytm Money के जरिए किए गए निवेश पर क्या होगा असर?
पेटीएम मनी के ग्राहकों की चिंता ये है कि पेटीएम मनी के जरिए शेयरों, म्यूचुअल फंड्स या नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में किए गए निवेश पर कोई असर तो नहीं पड़ेगा तो इसका जवाब ये है कि इसे लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। कंपनी ने इसे लेकर बयान जारी किया है कि पेटीएम मनी के जरिए निवेश, रिडीम और ट्रेडिंग जारी रख सकते हैं। हालांकि कंपनी ने ये भी कहा है कि जिन निवेशकों ने फंड ट्रांसफर के लिए अपना डिफॉल्ट बैंक अकाउंट पेटीएम पेमेंट्स बैंक को चुना है, उन्हें 29 फरवरी से पहले इसे बदलना होगा। बैंक खाते को बदलने की प्रक्रिया पेटीएम मनी बता देगी।
शेयरों, बॉन्ड्स और ETF (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स) में निवेशकों का पैसा सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) डीमैट अकाउंट में सुरक्षित है। इससे जुड़ा कोई भी लेन-देन बिना निवेशकों की मंजूरी के नहीं हो सकता है यानी कि ये निवेश सुरक्षित हैं। इसी प्रकार म्यूचुअल फंड्स भी म्यूचुअल फंड हाउस के साथ हैं जिसकी निगरानी ट्रस्टी करते हैं और इसे एसेट मैनेजमेंट कंपनियां मैनेज करती हैं। म्यूचुअल फंड का ढांचा कुछ ऐसा है कि निवेशक के अलावा कोई भी शख्स उनके पैसों पर दावा नहीं कर सकता है। इस प्रकार म्यूचुअल फंड्स में निवेश और रिडेम्प्शंस पेटीएमनी के जरिए जारी रख सकते हैं।
पेटीएम मनी के ट्रेडिंग अकाउंट में जो पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं, वे सेबी के नियमों के तहत BSE के इंडियन क्लियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (ICCL) के पास चले जाते हैं और इस प्रकार निवेशक के नाम पर पैसा ICCL के पास है।
पेटीएम के जरिए डिजिटल गोल्ड की हो सकेगी खरीद-बिक्री?
डिजिटल गोल्ड की बात करें तो पेटीएम ऐप के जरिए निवेशक डिजिटल गोल्ड की खरीद और बिक्री जारी रख सकते हैं और अपने गोल्ड इनवेस्टमेंट्स को एक्सेस कर सकते हैं। पेटीएम ने X पर इसे लेकर कहा है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक को लेकर RBI ने जो निर्देश दिए हैं, उसका इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पेटीएम के जरिए डिजिटल गोल्ड में जो निवेश किया गया है, वह MMTC-PAMP के पास सुरक्षित है। इसमें निवेशक बिना किसी हिचकिचाहट के निवेश कर सकते हैं और रिडीम कर सकते हैं।
29 फरवरी के बाद बंद हो जाएगा FASTag?
फास्टैग को लेकर आशंका जताई जा रही है कि यह बंद हो जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा। पेटीएम फास्टैग में जो बैलेंस अभी है, उसका इस्तेमाल जारी रह सकता है। पेटीएम के प्रेसिडेंट और सीओओ भावेश गुप्ता का कहना है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने पिछले दो साल में बाकी बैंकों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया था और इसमें तेजी लाई जाएगी। फास्टैग जैसे प्रोडक्ट्स पहले ही बाकी बैंकों ने जारी किए थे। पार्टनर बैंकों के अकाउंट के जरिए आप अपने फास्टैग पर बैंलेस टॉप-अप कर सकते हैं। IDFC फर्स्ट बैंक, ICICI बैंक, HDFC बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक इत्यादि इसके पार्टनर बैंक हैं।
पेटीएम नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड नहीं होगा इनएक्टिव
आपका नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड 29 फरवरी के बाद काम करना बंद नहीं करेगा। यह केंद्रीय मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स की तरफ से जारी एक ट्रांसपोर्ट कार्ड है जिसका इस्तेमाल मेट्रो और बसों में पेमेंट के लिए किया जाता है। इसके अलावा इससे रिटेल शॉपिंग और ऑनलाइन ट्रांसजैक्शंस भी किए जा सकते हैं। पेटीएम एनसीएमसी कार्ड के मौजूदा बैलेंस का इस्तेमाल को अभी कर ही सकते हैं और आगे के लिए कंपनी बाकी बैंकों के साथ बातचीत कर रही है।
पेटीएम और यूपीआई का इस्तेमाल रहेगा जारी
केंद्रीय बैंक RBI की कार्रवाई का पेटीएम ऐप के जरिए पेटीएम और यूपीआई करने पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसकी वजह ये है कि इसका मालिकाना हक पेटीएम पेमेंट्स बैंक के साथ नहीं, बल्कि वन97 कम्यूनिकेशंस के पास है।
अब अगर कोई दुकानदार है जिसका पेटीएम पेमेंट्स बैंक में खाता है तो उनके लिए थोड़ी मेहनत बढ़ने वाली है। दुकानदारों को POS क्यूआर कोड और साउंडबॉक्स डिवाइसेज के जरिए अपने हर दिन के लेन-देन को मैनेज करने की चिंता है। पेटाएम ने इसे लेकर कहा कि दुकानदारों को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के क्यूआर कोड से जुड़े बैंक खातों को किसी अन्य पार्टनर बैंक से बदलना होगा। भावेश का कहना है कि यह बड़ी प्रक्रिया है और इससे जुड़ा काम एक से दो हफ्ते में तत्काल शुरू किया जाएगा।