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Wheat Cultivation Tips: सिंचाई के बाद भूलकर भी न छोड़ें ये स्टेप, वरना घट जाएगी गेहूं की पैदावार

Wheat Cultivation Tips: जिन किसानों ने समय पर गेहूं की बुवाई की है, उनकी फसल में अब पहली सिंचाई का समय आ गया है। ये वक्त सिर्फ पानी देने का नहीं, बल्कि खेत का जायजा लेने का भी है। अगर कहीं पौधों का जमाव कम दिखे, तो इसी समय गैप फिलिंग कर लेना आगे अच्छी पैदावार के लिए बेहद जरूरी होता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 15, 2025 पर 1:14 PM
Wheat Cultivation Tips: सिंचाई के बाद भूलकर भी न छोड़ें ये स्टेप, वरना घट जाएगी गेहूं की पैदावार
Wheat Cultivation Tips: किसान पहली सिंचाई के साथ गैप फिलिंग सही तरीके से कर लेते हैं, तो फसल मजबूत होती है

जिन किसानों ने समय पर गेहूं की बुवाई की है, उनकी फसल अब उस अहम चरण में पहुंच चुकी है, जहां पहली सिंचाई की जाती है। यह समय सिर्फ खेत में पानी देने तक सीमित नहीं होता, बल्कि फसल की स्थिति को परखने का भी होता है। कई बार बुवाई के बाद मौसम, नमी या अन्य कारणों से गेहूं का जमाव एकसार नहीं हो पाता और खेत में कुछ जगह खाली रह जाती है। अगर इस स्थिति को नजरअंदाज कर दिया जाए, तो आगे चलकर इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ सकता है। अच्छी पैदावार के लिए खेत में पौधों की संख्या का संतुलन बना रहना बेहद जरूरी माना जाता है। यही वजह है कि पहली सिंचाई के दौरान किसानों को खेत का निरीक्षण जरूर करना चाहिए।

अगर कहीं पौधे कम नजर आएं, तो इसी समय गैप फिलिंग करके उस कमी को पूरा किया जा सकता है। सही समय पर किया गया यह छोटा सा काम आगे चलकर बेहतर उपज और अच्छे मुनाफे की नींव रख सकता है।

गैप फिलिंग क्यों है जरूरी

अगर खेत में गेहूं के पौधे कम रह जाते हैं, तो सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है। खाली जगह रह जाने से बालियों की संख्या घट जाती है और पैदावार कम हो जाती है। कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के कृषि विशेषज्ञ डॉ. एन.पी. गुप्ता बताते हैं कि पर्याप्त पौध संख्या अच्छी उपज की सबसे बड़ी कुंजी है।

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