इस साल रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त साढ़े 7 घंटे से अधिक है। रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ समय सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 तक है। भूलकर भी भद्रकाल में राखी बांधने की रस्म ना निभाएं।
राखी बांधते वक्त कुमकुम और चावल जरूर रखें। इन दोनों चीजों का होना खास महत्व रखता है और इसे पूजा की थाली में सजा कर रखें।
मान्यता है कि राखी को कम से कम 21 दिन तक कलाई पर बांध के रखने की शुभ परंपरा है। इसे 21 दिनों से पहले ना खोलें ।
अगर किसी कारण से 21 दिनों तक नहीं रखा जा सके, तो “श्रीकृष्ण जन्माष्टमी” तक रखें, तभी तक राखी को उतारे बिना ही रहे।
राखी उतारते समय अगर राखी टूट जाए तो उसे किसी पेड़ के नीचे रखें। साथ में 1रूपये का सिक्का भी डालें।
ये रिवाज न केवल ढेर सारी पॉजीटीव एनर्जी और आशीर्वाद का प्रतीक हैं, बल्कि साथ ही अपशगुन से बचाव की पुरानी मान्यताओं पर आधार हैं।
राखी बांधते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि भाई की कलाई पर गांठ कसकर बांधे। त्योहार के बाद भाई को भोजन और मिठाई खिलाना भी शुभ माना जाता है।
रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह में 05:47 से दोपहर 02:23 तक है। इस शुभ योग में आप जो कार्य करेंगे, वह सफल सिद्ध होगा।
राखी को सही मुहूर्त पर बांधना और सावधानी से रखने की परंपरा, आपके रिश्तों को मजबूत बनाने के साथ-साथ अपशगुन से भी बचाती है।