Samsaptak Yog 2025: धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं। इसमें वो उच्च के माने जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इस राशि को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। वहीं, शुक्र ग्रह का गुरु की राशि धनु में प्रवेश दुर्लभ संयोग है, क्योंकि बृहस्पति ग्रह मिथुन राशि में विराजमान हैं। इस तरह दोनों ग्रह एक दूसरे से सप्तम भाव में हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार ऐसा संयोग 100 वर्षों में पहली बार हो रहा है और यह संयोग समसप्तक योग का निर्माण कर रहा है। इससे कई राशियों के जीवन में बड़े बदलाव आ सकते हैं। अब तक मंगल की राशि में गोचर कर रहे शुक्र का प्रभाव कम था, लेकिन धनु राशि में वह पहले के मुकाबले अधिक प्रभावशाली होंगे। खास बात यह है कि धनु राशि में पहले से ही सूर्य और मंगल मौजूद हैं, जिससे यह गोचर और अधिक शक्तिशाली बन गया है।
