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Wedding Dates: 14 अप्रैल से शुरू होंगे शुभ कार्य, जानें अप्रैल के विवाह मुहूर्त

Wedding Dates: सनातन धर्म में संक्रांति की तिथि को अत्यंत पवित्र माना गया है। इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान कर सूर्य देव की आराधना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि सूर्य पूजा से शारीरिक और मानसिक कष्ट दूर होते हैं। 14 अप्रैल को सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे, जिससे संक्रांति मनाई जाएगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 06, 2025 पर 12:20 PM
Wedding Dates: 14 अप्रैल से शुरू होंगे शुभ कार्य, जानें अप्रैल के विवाह मुहूर्त
Wedding Dates: 14 अप्रैल 2025 को सूर्य देव मीन से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे।

हिंदू धर्म में ग्रह-नक्षत्रों का जीवन के हर शुभ कार्य पर विशेष प्रभाव माना जाता है। वर्तमान समय में सूर्य देव मीन राशि में स्थित हैं और जब-जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास की अवधि शुरू हो जाती है। ये एक ऐसा समय होता है जब धार्मिक और वैवाहिक जैसे शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। दरअसल, सूर्य का इन राशियों में गोचर करने से गुरु ग्रह का प्रभाव निष्क्रिय हो जाता है, जो कि शुभ कार्यों के लिए अत्यंत आवश्यक माना जाता है।

इस दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, यज्ञ आदि कार्य वर्जित माने जाते हैं। खरमास को "मलमास" भी कहा जाता है और इसकी अवधि एक माह की होती है। जैसे ही सूर्य मीन से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करते हैं, खरमास समाप्त हो जाता है और पुनः शुभ कार्यों की शुरुआत होती है।

सूर्य का मेष राशि में प्रवेश – खरमास का समापन

14 अप्रैल 2025 को सूर्य देव मीन से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। इसी दिन मेष संक्रांति भी मनाई जाएगी। सूर्य के राशि बदलते ही खरमास समाप्त हो जाएगा और शुभ कार्यों का द्वार फिर से खुल जाएगा।

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