Get App

Budget 2025: क्या है यूनियन बजट, क्या यह आपके घर के बजट से अलग होता है?

घर के बजट और यूनियन बजट में फर्क यह है कि सरकार का बजट सिर्फ इनकम और खर्च का हिसाब नहीं होता है। इसमें सरकार इकोनॉमी ग्रोथ बढ़ाने के उपायों, आम आदमी खासकर सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की बुनियादी जरूरतों, उद्योग जगत को बढ़ावा देने और देसी-विदेशी निवेश अट्रैक्ट के उपायों का भी ऐलान करती है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 24, 2024 पर 11:19 AM
Budget 2025: क्या है यूनियन बजट, क्या यह आपके घर के बजट से अलग होता है?
हर साल 1 फरवरी को केंद्र सरकार अगले वित्त वर्ष का अपना बजट पेश करती है। इस पर कंपनियों, टैक्सपेयर्स, आम आदमी, किसान, गृहणी सहित सबकी नजरें रहती हैं।

हर साल 1 फरवरी की तारीख नजदीक आते ही बजट की चर्चा शुरू हो जाती है। हर साल 1 फरवरी को केंद्र सरकार अगले वित्त वर्ष का अपना बजट पेश करती है। इस पर कंपनियों, टैक्सपेयर्स, आम आदमी, किसान, गृहणी सहित सबकी नजरें रहती हैं। इसके अलावा विदेशी फंडों, मल्टी नेशनल कंपनियों की भी नजरें रहती हैं। उनकी दिलचस्पी सरकार की पॉलिसी में रहता है। सरकार की पॉलिसी अनुकूल होने पर विदेशी फंड और कंपनियां निवेश करने के लिए अट्रैक्ट होती हैं।

आम आदमी की यूनियन बजट में दिलचस्पी

यूनियन बजट (Union Budget) का नाम सुनते ही कई लोगों को किसी ऐसी चीज का अहसास होता है, जो बहुत मुश्किल होती है। इसलिए आम आदमी की दिलचस्पी बजट में ज्यादा नहीं होती है। खासकर जब से जीएसटी का सिस्टम लागू हुआ है, तब से बजट में हर बार सस्ती होने वाली और महंगी होने वाली चीजों की लिस्ट का ऐलान नहीं होता है। इससे भी आम आदमी की दिलचस्पी बजट में कम हो गई है। हालांकि, टैक्सपेयर्स की दिलचस्पी इनकम टैक्स के नियमों में होने वाले बदलाव पर होती है।

यूनियन बजट और घर के बजट में फर्क

सब समाचार

+ और भी पढ़ें