हर साल 1 फरवरी की तारीख नजदीक आते ही बजट की चर्चा शुरू हो जाती है। हर साल 1 फरवरी को केंद्र सरकार अगले वित्त वर्ष का अपना बजट पेश करती है। इस पर कंपनियों, टैक्सपेयर्स, आम आदमी, किसान, गृहणी सहित सबकी नजरें रहती हैं। इसके अलावा विदेशी फंडों, मल्टी नेशनल कंपनियों की भी नजरें रहती हैं। उनकी दिलचस्पी सरकार की पॉलिसी में रहता है। सरकार की पॉलिसी अनुकूल होने पर विदेशी फंड और कंपनियां निवेश करने के लिए अट्रैक्ट होती हैं।
