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बड़े PSU बैंकों में छोटे सरकारी बैंकों का हो सकता है विलय, पीएसयू बैंकों की संख्या घटकर सिर्फ 4 रह जाएगी

छोटे सरकारी बैंकों के विलय का यह प्लान फाइनेंस मिनिस्ट्री में तैयार हो रहा है। इस प्लान के लागू होने के बाद बैंकों की बैलेंसशीट मजबूत होगी, ऑपरेशनल एफिशियंसी बढ़ेगी और ऐसे बड़े बैंक तैयार होंगे जो दुनिया के बड़े बैंकों का मुकाबला कर सकेंगे

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Dec 01, 2025 पर 2:55 PM
बड़े PSU बैंकों में छोटे सरकारी बैंकों का हो सकता है विलय, पीएसयू बैंकों की संख्या घटकर सिर्फ 4 रह जाएगी
इससे पहले सरकार ने 2017 से 2020 के बीच कुछ छोटे सरकारी बैंकों का विलय कुछ बड़े पीएसयू बैंकों में किया था।

सरकार पीएसयू बैंकों के विलय का एक बड़ा प्लान तैयार कर रही है। इस प्लान से सरकारी बैंकों की संख्या 12 से घटकर सिर्फ 4 रह जाएगी। इस प्लान के अगले वित्त वर्ष में पूरा हो जाने की उम्मीद है। इस प्लान के तहत छोटे पीएसयू बैंकों का विलय सरकार कुछ बड़े सरकारी बैंकों में करेगी। एक सरकारी सूत्र ने बताया कि छोटे बैंकों का विलय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और एक केनरा बैंक-यूनियन बैंक के विलय से बनने वाले बैंक में होगा।

फाइनेंस मिनिस्ट्री में प्लान पर चल रहा विचार

छोटे सरकारी बैंकों के विलय का यह प्लान फाइनेंस मिनिस्ट्री में तैयार हो रहा है। इस प्लान के लागू होने के बाद बैंकों की बैलेंसशीट मजबूत होगी, ऑपरेशनल एफिशियंसी बढ़ेगी और ऐसे बड़े बैंक तैयार होंगे जो दुनिया के बड़े बैंकों का मुकाबला कर सकेंगे। सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, "प्लान सरकारी बैंकों की संख्या 12 से घटाकर 4 करना है। पहले छोटे सरकारी बैंकों का विलय बड़े PSU Banks में होगा। उसके बाद के कंसॉलिडेशन में कुछ बड़े बैंक बनेंगे जो इंडिया की ग्रोथ की जरूरतें पूरी कर सकेंगे।"

प्लान पूरे होने पर सिर्फ चार बड़े सरकारी बैंक होंगे 

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