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Bihar Election: बिहार में बंपर जीत के बाद बागी नेताओं पर BJP का एक्शन, पूर्व केंद्रीय मंत्री निलंबित

Bihar Election Results : पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के दिग्गज नेता आर.के. सिंह को अनुशासन तोड़ने और संगठन-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया है। आर.के. सिंह के साथ-साथ दो और नेताओं विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल और कटिहार की मेयर उषा अग्रवाल को भी पार्टी लाइन के खिलाफ जाने के कारण निलंबन का सामना करना पड़ा है

Edited By: Rajat Kumarअपडेटेड Nov 15, 2025 पर 2:27 PM
Bihar Election: बिहार में बंपर जीत के बाद बागी नेताओं पर BJP का एक्शन, पूर्व केंद्रीय मंत्री निलंबित
पार्टी ने अपने असंतुष्ट नेताओं पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी।

Bihar Election Results :  बिहार विधानसभा चुनाव में जीत मिलने के अगले ही दिन भारतीय जनता पार्टी ने बागी नेताओं पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के दिग्गज नेता आर.के. सिंह को अनुशासन तोड़ने और संगठन-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया है। आर.के. सिंह के साथ-साथ दो और नेताओं विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल और कटिहार की मेयर उषा अग्रवाल को भी पार्टी लाइन के खिलाफ जाने के कारण निलंबन का सामना करना पड़ा है। चुनाव खत्म होते ही BJP ने साफ संकेत दे दिया है कि संगठन में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

BJP ने बागी नेताओं को भेजा नोटिस

बिहार भाजपा के राज्य मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा ने सोमवार सुबह अनुशासनहीन नेताओं को नोटिस जारी कर उनके निलंबन की जानकारी दी। साथ ही, पार्टी ने उन्हें सात दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने का अवसर भी दिया है, वरना उन्हें संगठन से बाहर किया जा सकता है। आर.के. सिंह और अशोक अग्रवाल को भेजे गए कारण बताओ नोटिस में साफ कहा गया है, “आप लगातार पार्टी लाइन के खिलाफ कार्य कर रहे हैं। ऐसी गतिविधियाँ अनुशासनहीनता की श्रेणी में आती हैं और इससे संगठन को नुकसान हुआ है। इसलिए आपको तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाता है। बताइए कि क्यों न आपको पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए। कृपया नोटिस मिलने के एक सप्ताह के भीतर अपना जवाब भेजें।”

जल्द ही होगा निष्कासन

पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेताओं का निलंबन सिर्फ शुरुआती कदम है और उच्च नेतृत्व जल्द ही उन्हें पूरी तरह बाहर का रास्ता दिखा सकता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और आरा से पूर्व सांसद आर.के. सिंह 2024 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद से लगातार पार्टी और सरकार की आलोचना करते रहे हैं। वे एनडीए की नीतियों पर खुलकर सवाल उठा रहे थे और बिहार सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाते रहे, जिससे संगठन की नाराजगी बढ़ती गई। आर.के. सिंह का प्रशासनिक करियर भी लंबा रहा है। मनमोहन सिंह सरकार में वे गृह सचिव रहे, इसके बाद 2013 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। 2014 और 2019 में आरा से सांसद बने और 2017 में मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें ऊर्जा मंत्री की जिम्मेदारी मिली। लेकिन 2024 के चुनाव में वे अपनी सीट बचाने में असफल रहे।

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