
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब सिर्फ पांच दिन बचे हैं, ऐसे में राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। वहीं पहले चरण के फेज के मतदान के पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी शनिवार को महागठबंधन को लेकर जोरदार प्रहार किया। NDTV से बात करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने NDA के सीटों को लेकर भी बड़ा दावा किया।
सीटों को लेकर बड़ा दावा
अमित शाह ने कहा कि बिहार में NDA 160 सीटें जीतेगा और बाकी सीटें सहयोगी पार्टियों को मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हर चुनाव का अपना अलग माहौल होता है और कोई भी चुनाव आसान नहीं होता। इसलिए जनता को यह बताना जरूरी है कि सरकार ने पिछले पांच साल में क्या काम किए हैं और आने वाले पांच साल में क्या करने की योजना है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हर चुनाव को गंभीरता से लड़ती है और हमेशा अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर काम करती है, चाहे ताकत कितनी भी हो।
अमित शाह ने बिहार के लोगों से अपील की कि वे सोच-समझकर वोट दें, क्योंकि अगर महागठबंधन की सरकार वापस आती है तो ‘जंगल राज’ लौटने का खतरा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में नक्सलवाद बहुत हद तक खत्म हो चुका है। जो नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, उनके लिए पुनर्वास केंद्र और कौशल विकास कार्यक्रम चल रहे हैं, जबकि शीर्ष नक्सलियों पर निगरानी के लिए विशेष सर्विलांस सिस्टम तैयार किया गया है।
बिहार में हुआ काफी विकास - अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि चुनाव तारीखों की घोषणा से पहले ही सभी पार्टियों ने बूथ स्तर से लेकर पटना तक अपना प्रचार शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों में बिहार में विकास की मजबूत नींव रखी गई है। अमित शाह के मुताबिक, अगर किसी भी युवा से पूछा जाए, तो वह बताएगा कि नीतीश सरकार में कानून-व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है और यही राज्य के विकास की बुनियाद बनी है। उन्होंने कहा कि आज गंगा नदी पर चार पुल मौजूद हैं और दस और पुल बनाए जा रहे हैं, जो पहले सोचना भी मुश्किल था। उन्होंने यह भी कहा कि पहले बिहार में चोरी, हत्या और लूट की ही चर्चा होती थी, लेकिन आज राज्य में विकास और तरक्की की बात होती है।
मोकामा हत्याकांड पर कही ये बात
मोकामा हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री ने कहा, “जो हुआ वह गलत है। लेकिन क्या अब हत्यारों को पहले की तरह राजनीतिक सुरक्षा मिलती है? आज ऐसा नहीं है, और इसी वजह से कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है।” उन्होंने रोजगार को लेकर कहा कि रोजगार अलग-अलग तरीकों से पैदा किया जा सकता है, यह सिर्फ सरकारी नौकरी तक सीमित नहीं होता। उन्होंने तेजस्वी यादव के उस वादे पर सवाल उठाया जिसमें उन्होंने कहा था कि वे 2 करोड़ से ज़्यादा नौकरियाँ देंगे। शाह के अनुसार, बिहार का मौजूदा बजट इस वादे को पूरा नहीं कर सकता और इसे पूरा करने के लिए राज्य के बजट को चार गुना बढ़ाना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर बिहार में पलायन रोकना है, तो राज्य में ही उद्यमिता और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने होंगे, ताकि युवाओं को बाहर न जाना पड़े और उन्हें अपने राज्य में ही काम मिले।
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