बिहार चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है पर सूबे में सियासी महौल काफी गर्म हो गया है। वहीं बिहार में इस सियासी को और बढ़ाने के लिए AIMIM के मुखिया और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसीकी भी एंट्री हो गई है। अपनी पार्टी के प्रचार करने के लिए ओवैसी बिहार पहुंचे हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी बिहार के सीमांचल में अपनी यात्रा निकालेगी। जानकारी के मुताबिक, AIMIM की इस यात्रा का नाम सीमांचल न्याय यात्रा दिया गया है, जिसकी शुरुआत 24 सितंबर से होगी। यह यात्रा किशनगंज से शुरू होगी।
शुरू होगी सीमांचल न्याय यात्रा
वहीं इस यात्रा से पहले बिहार पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, "यह कहना गलत है कि चुनाव प्रचार आज से शुरू हो रहा है, जबकि हमारे अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के नेतृत्व में यह पहले ही शुरू हो चुका है। हम कई निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे और जनता से मिलेंगे।"
पिछले चुनाव में किया था अच्छा प्रदर्शन
बता दें कि पिछले चुनाव की तरह इस चुनाव में भी AIMIM बिहार में अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है। पिछले चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया था और बिहार के सीमांचल में पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। हांलाकि बाद में पार्टी के चार विधायक टूटकर राजद में शामिल हो गए थे। वहीं इस बार भी AIMIM सीमांचल में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है और बिहार विधानसभा में अपने सीटों की संख्या बढ़ाने की कोशिश करने में लगी हुई है।
किस तरफ मुस्लिम वोटर
वहीं बिहार में इस चुनावी बयार के बीच एक हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 14 सितंबर को आए वोट वाइब सर्वे में डेमोग्राफी एनालिसिस में सामने आया कि 18 से 24 साल के युवाओं में सरकार के खिलाफ सबसे ज़्यादा नाराजगी है। इनमें से 57% ने महागठबंधन का समर्थन किया, जबकि 45 साल से ऊपर के मतदाता एनडीए के साथ ज़्यादा दिखे। धार्मिक आधार पर देखें तो मुस्लिम समुदाय का रुझान महागठबंधन की ओर सबसे मजबूत है। सर्वे में शामिल 70% मुसलमानों ने महागठबंधन को चुना, जबकि सिर्फ 5% ने एनडीए के पक्ष में वोट देने की बात कही।
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