कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' की थी। उन्होंने केंद्र की एनडीए सरकार पर वोट चोरी का आरोप लगाया था। करीब हर रैली में उनका फोकस वोट चोरी के आरोप पर होता था। ऐसा लगता था कि उन्हें बिहार की एनडीए सरकार को विधानसभा चुनावों में पराजित करने का बड़ा हथियार मिल गया है। लेकिन, 14 नवंबर को मतदाताओं का जो फैसला सामने आया है, उससे लगता है कि उन्होंने वोट चोरी के आरोप को पूरी तरह से रिजेक्ट कर दिया है।
