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Delhi Election Results: RSS ने कैसे ‘दिल्ली बचाओ अभियान’ से चुपचाप लगा दी AAP के सबसे बड़े वोट बैंक में सेंध

Delhi Election 2025 Results: RSS किसी उम्मीदवार विशेष को सपोर्ट नहीं करता है। न ही यह कोई चुनाव या राजनीतिक सर्वेक्षण करता है। यहां तक कि, यह मतदाताओं से किसी विशेष पार्टी को वोट देने के लिए भी नहीं कहता है। RSS जमीनी स्तर पर प्रमुख मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करता है और लोगों से उसके अनुसार चुनने के लिए कहता है

Arun Anandअपडेटेड Feb 08, 2025 पर 4:38 PM
Delhi Election Results: RSS ने कैसे ‘दिल्ली बचाओ अभियान’ से चुपचाप लगा दी AAP के सबसे बड़े वोट बैंक में सेंध
दिल्ली में बीजेपी स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़कर बेसिक्स के साथ जुड़ी रही।

दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत ‘बैक टू द बेसिक्स’ अप्रोच का नतीजा है। पार्टी ने राष्ट्रीय मुद्दों पर जोरदार प्रचार अभियान का इस्तेमाल नहीं किया, न ही उसने आखिरी वक्त तक मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार पेश किया। ये दोनों फैक्टर अतीत में बीजेपी के लिए नुकसानदेह रहे हैं। बीजेपी स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़कर बेसिक्स के साथ जुड़ी रही। वह आम आदमी पार्टी (AAP) के दिग्गजों के सामने उनके निर्वाचन क्षेत्रों में मजबूत उम्मीदवार उतारकर उन्हें रोकने में भी सफल रही। पार्टी ने अपनी राज्य इकाई के अध्यक्ष और कई अन्य प्रमुख नेताओं को मैदान में न उतारकर उन्हें पार्टी कैंपेन चलाने का काम देने का एक सतर्कता भरा फैसला किया।

लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने मतदाताओं को जुटाने और स्थानीय मुद्दों के इर्द-गिर्द जमीनी स्तर पर चर्चा पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। RSS का जनादेश पहले के चुनावों जैसा ही रहा। इसके कार्यकर्ताओं ने लोगों को बेस्ट कैंडिडेट और बेस्ट पार्टी के लिए वोट करने के लिए प्रेरित किया। हालांकि, आम लोगों से बातचीत के दौरान RSS कार्यकर्ताओं ने कई मुद्दे उठाए और मतदाताओं से वोट देने से पहले उनके बारे में सोचने को कहा। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में RSS कार्यकर्ताओं की ओर से यह लामबंदी ‘दिल्ली बचाओ अभियान’ के बैनर तले की गई और इसका नारा था ‘शत-प्रतिशत मतदान करें, बेहतर दिल्ली, बेहतर भारत’।

RSS ने ढूंढ निकाले ऐसे 10 मुद्दे, जिन पर ज्यादा ध्यान की थी जरूरत

RSS कार्यकर्ताओं ने ऐसी 10 ब्रॉड कैटेगरीज की पहचान की, जिनके इर्द-गिर्द ही दिल्ली भर में स्थानीय लोगों के साथ सभी बैठकें की गईं। ये कैटेगरी थीं- स्वच्छता, साफ पानी, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा, सड़कें, यमुना नदी, वायु प्रदूषण, अवैध अप्रवासी, सीवेज सिस्टम और रोजगार। स्थानीय बैठकों के दौरान जमीनी स्तर पर RSS कार्यकर्ताओं की ओर से कुछ खास मुद्दे उठाए गए। पहला मुद्दा यह था कि पिछले 10 वर्षों में यमुना नदी की स्थिति बदतर हो गई है। अगला मुद्दा ‘जल संकट’ था। RSS के पदाधिकारियों ने मतदाताओं को बताया कि झुग्गी-झोपड़ी के 43 प्रतिशत से अधिक निवासियों को या तो पानी के टैंकरों से पीने का पानी खरीदना पड़ता है या फिर उन्हें बोतलबंद पानी खरीदना पड़ता है। इसने झुग्गी-झोपड़ी एरिया में भारी सेंध लगाई और लोअर इनकम ग्रुप के मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा AAP से दूर हो गया।

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