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Pallavi Joshi: आरोहण से लेकर बंगाल फाइल्स तक, शानदार रहा है पल्लवी जोशी का फिल्मी सफर

Pallavi Joshi: पल्लवी जोशी एक ऐसी अभिनेत्री और निर्माता हैं जिन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। बहुत कम उम्र से उन्होंने मनोरंजन जगत में अपनी जगह बनाई है।

Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Oct 15, 2025 पर 4:03 PM
Pallavi Joshi: आरोहण से लेकर बंगाल फाइल्स तक, शानदार रहा है पल्लवी जोशी का फिल्मी सफर
शानदार रहा है पल्लवी जोशी का फिल्मी सफर

Pallavi Joshi: आज पल्लवी जोशी एक ऐसी अभिनेत्री और निर्माता हैं, जिन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। बहुत कम उम्र से उन्होंने मनोरंजन जगत में अपनी जगह बनाई है। हर बार पर्दे पर नज़र आने पर शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है। तीन दशकों से भी अधिक समय तक सक्रिय रहते हुए, उन्होंने विभिन्न भाषाओं में काम किया है और अपनी दमदार परफॉर्मेंस से गहरी छाप छोड़ी है। भारतीय सिनेमा की शानदार एक्ट्रेस पल्लवी जोशी ने अपने करियर में खूब मेहनत की है।

अपने करियर के दौरान पल्लवी जोशी ने कई यादगार और फेमस किरदार निभाए हैं। स्वाभिमान, द ताशकंद फाइल्स या द कश्मीर फाइल्स हर प्रोजेक्ट में उनकी मुलायम मगर प्रभावशाली अभिव्यक्ति झलकती है। यह उनके उस गरिमामय व्यक्तित्व की गवाही देता है जो हर रूप में चमकता है। मासूमियत से लेकर गहराई तक, पल्लवी जोशी ने भारतीय सिनेमा को ईमानदारी और भावना के रंगों से सजाया है।

पल्लवी जोशी का सफर बहुत कम उम्र में शुरू हुई थी। बतौर बाल कलाकार उन्होंने बदला और दादा जैसी फ़िल्मों में अपनी सहज स्क्रीन उपस्थिति से गहरी छाप छोड़ी थी। वह सिर्फ अभिनय नहीं करती थीं-वह हर फ्रेम को महसूस करती थीं। मराठी फ़िल्मों बदला (पल्लवी के रूप में) और दादा (मुन्‍नी के रूप में) में उन्होंने अपनी नैसर्गिक प्रतिभा से यह साबित किया कि अभिनय उनके भीतर जन्मजात है।

बड़े पर्दे पर अपनी उपस्थिति के साथ-साथ उन्होंने टेलीविज़न पर भी उतनी ही चमक बिखेरी। आरोहण, मिस्टर योगी, भारत एक खोज, अल्पविराम और स्वाभिमान जैसे धारावाहिकों में उनके सशक्त अभिनय ने उन्हें घर-घर में जाना-पहचाना नाम बना दिया। इन भूमिकाओं के माध्यम से दर्शकों ने पल्लवी जोशी नाम की कलाकार के अनेक आयाम देखे।

उनकी रचनात्मक यात्रा अत्यंत प्रेरणादायक रही है अभिनेत्री से लेकर एक क्रिएटिव पावरहाउस तक, उन्होंने सहजता से प्रोड्यूसिंग और विचारोत्तेजक शो को प्रस्तुत करने की दिशा में कदम बढ़ाया। अपने पति विवेक अग्निहोत्री के साथ I Am Buddha Productions की सह-संस्थापक के रूप में, पल्लवी ने सार्थक सिनेमा को लगातार समर्थन दिया है उसी अनुशासन, जुनून और समर्पण के साथ जो उनके व्यक्तित्व की पहचान है।

पल्लवी के कला-सफर को सम्मान भी मिला। उन्हें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार दो बार प्राप्त हुआ — 1994 में वो छोकर‍ी के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और 2021 में द कश्मीर फाइल्स के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार। दो अलग-अलग युगों में मिले ये सम्मान इस बात का प्रमाण हैं कि असली प्रतिभा समय के साथ और प्रखर होती जाती है।

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