Amarnath Yatra 2025: खराब मौसम और भूस्खलन की घटनाएं सामने आने के बाद पवित्र अमरनाथ यात्रा अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी गई है। एक बयान में कहा गया है कि पहलगाम और बालटाल दोनों बेस शिविरों से श्री अमरनाथ जी यात्रा आज (17 जुलाई 2025) के लिए स्थगित कर दी गई है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा रूट पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य किए जाने की जरूरत है। इसलिए, यह निर्णय लिया गया है कि आज दोनों बेस शिविरों से पवित्र गुफा की ओर किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी।
हालांकि, पिछली रात पंचतरणी शिविर में रुके यात्रियों को सीमा सड़क संगठन (BRO) और पर्वतीय बचाव दलों की पर्याप्त तैनाती के तहत बालटाल की ओर जाने की अनुमति दी जा रही है। कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि दिन के दौरान मौसम की स्थिति के आधार पर यात्रा कल यानी शुक्रवार 18 जुलाई से फिर से शुरू होने की पूरी संभावना है। श्री अमरनाथजी यात्रा 2025 के दौरान अब तक 2.47 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में दर्शन कर चुके हैं।
जम्मू कश्मीर के गंदेरबल जिले में अमरनाथ यात्रा के बालटाल रूट पर बुधवार (16 जुलाई) को भूस्खलन की घटना में एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार शाम को बालटाल मार्ग पर रेलपथरी में हुए भूस्खलन के कारण पवित्र गुफा की ओर जाने वाले चार तीर्थयात्री बह गए।
उन्होंने बताया कि घायलों को बालटाल आधार शिविर के अस्पताल ले जाया गया, जहां एक महिला तीर्थयात्री को मृत घोषित कर दिया गया, जिसकी पहचान राजस्थान निवासी 55 वर्षीय सोना बाई के रूप में हुई है। इसके साथ ही इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 पहुंच गई है।
बुधवार को रवाना हुआ था नया जत्था
दक्षिण कश्मीर हिमालय में अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन के लिए बुधवार को 6,064 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था रवाना हुआ। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दो अलग-अलग काफिलों में 1,511 महिलाओं सहित तीर्थयात्री अनंतनाग में नुनवान-पहलगाम और गांदरबल में बालटाल आधार शिविरों के लिए रवाना हुए।
पहलगाम आधार शिविर के लिए 139 वाहनों के काफिले में 3,593 तीर्थयात्री जा रहे हैं। जबकि 95 वाहनों में सवार 2471 तीर्थयात्रियों ने अपनी यात्रा के लिए बालटाल मार्ग को प्राथमिकता दी है। अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 38 दिवसीय वार्षिक यात्रा तीन जुलाई को दोनों मार्गों से शुरू हुई थी। 9 अगस्त को रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ अमरनाथ यात्रा समाप्त होगी।