Cyber Awareness : बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिए होने वाले साइबर क्राइम पर चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलते वक्त उनकी 13 साल की बेटी से न्यूड फोटोज़ मांगी गई थी। दरअसल, अक्षय कुमार 3 अक्टूबर मुंबई पुलिस के ‘साइबर अवेयरनेस मंथ 2025’ के कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। अक्षय कुमार ने सरकार से दरख्वास्त की कि बच्चों के स्कूल में साइबर पीरियड होना चाहिए।
अक्षय कुमार का खुलासा
अक्षय कुमार ने बताया कि उनकी बेटी अनजान व्यक्ति के साथ ऑनलाइन वीडियो गेम खेल रही थी। गेम खेलते वक्त कभी-कभी मैसेज आने लगते हैं। एक मैसेज आया तुम लड़का हो या लड़की? अक्षय कुमार की बेटी ने जवाब दिया लड़की। उस व्यक्ति ने मैसेज भेजा, क्या तुम अपनी न्यूड तस्वीरें भेज सकती हो? बेटी ने तुरंत गेम बंद कर दिया और अपनी मां ट्विंकल को बताया। यहीं से चीजें शुरू होती हैं। यह भी साइबर क्राइम का हिस्सा है।
ऑनलाइन गेमिंग में खतरे
ऑनलाइन गेमिंग में साइबर अपराधी भी प्लेयर बनकर गेम खेलते हैं। गेम्स के टिप्स देकर दोस्ती करने की कोशिश करते हैं। विश्वास जीतकर निजी जानकारियां हासिल करते हैं। फिर अकेले मिलने का दबाव बनाते हैं। ऑनलाइन गेम खेलते समय प्लेयर बच्चों को डरा-धमका सकते हैं। ऐसे लोग असभ्य भाषा का प्रयोग कर सकते हैं। कुछ गेम्स में कॉइन या पॉइंट्स खरीदने के लिए उकसाया जाता है। इसके लिए क्रेडिट या डेबिट कार्ड डिटेल्स मांगी जाती है।
ऑनलाइन गेम: ये सावधानियां रखें
इंटरनेट से फ्री के नाम पर अनसेफ गेम डाउनलोड न करें। ई-मेल, वॉट्सऐप पर लिंक के जरिए गेम डाउनलोड न करें। गेम खेलते समय अनजान व्यक्ति को निजी जानकारी न दें। नाम, उम्र, स्कूल, एड्रेस, फोटो जैसी जानकारी न दें। बैंकिंग डिटेल्स तो बिल्कुल शेयर न करें। मल्टीप्लेयर गेम्स में अनजान लोगों से चैटिंग न करें। कोई प्लेयर डराए या फोटो-वीडियो मांगे तो तुरंत रिपोर्ट करें। ऐसे प्लेयर को तुरंत ब्लॉक करें। ऑनलाइन गेम खेलते समय किसी लिंक पर क्लिक न करें। ऑनलाइन गेमिंग के दौरान वॉइस चैट या वेबकैम प्रयोग न करें।
संकट में फंस जाएं तो क्या करें?
इसके लिए सरकार ने साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in बनाया है। टोल फ्री हेल्पलाइन 1930 भी है। इमरजेंसी में 112 नंबर पर पुलिस को कॉल करें। घर में बड़े लोगों को बताएं और संबंधित एजेंसियों की मदद लें।
ऑनलाइन गेमिंग बिल के रूल्स जारी
इस बीच सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग बिल के रूल्स जारी किए हैं। इस पर 31 अक्टूबर तक सभी स्टेक होल्डर्स से राय मांगी गई है। नए कानून से ऑनलाइन गेमिंग में क्या बदलाव आएगा,ये बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने कहा कि सरकार ऑनलाइन गेमिंग अथॉरिटी बनाएगी। इस अथॉरिटी में अलग-अलग मंत्रालयों के अधिकारी होंगे। यह अथॉरिटी तय करेगी कौन सा गेम सोशल गेम है या रियल मनी गेम है। इस अथॉरिटी से पास सिविल कोर्ट के अधिकार होंगे। सारे ई-स्पोर्ट्स को अथॉरिटी के पास रजिस्टर करना होगा। बिना रजिस्ट्रेशन के कोई भी सोशल गेम नहीं चलेगा। गेम में बदलाव से पहले अथॉरिटी को जानकारी देनी होगी। कंपनी को कानून के पालन की अंडरटेकिंग देनी होगी। हर एक गेमिंग कंपनी को ग्रीवांस कमेटी बनानी होगी।
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