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Dalai Lama News: दलाई लामा ने चीन को दिखाया ठेंगा! उत्तराधिकारी को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान, चीनी सरकार ने की ये अपील

इस बीच, चीन ने बुधवार (2 जुलाई) को कहा कि अगले दलाई लामा के पुनर्जन्म को चीनी सरकार द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने भी दोहराया कि बीजिंग को उत्तराधिकारी की पहचान को मंजूरी देनी होगी। उन्होंने कहा कि यह काम चीन में सदियों पुरानी रस्म के माध्यम से किया जाना चाहिए

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Jul 02, 2025 पर 2:03 PM
Dalai Lama News: दलाई लामा ने चीन को दिखाया ठेंगा! उत्तराधिकारी को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान, चीनी सरकार ने की ये अपील
Dalai Lama News: दलाई लामा ने अपने 90वें जन्मदिन से चार दिन पहले बुधवार को कहा कि दलाई लामा की संस्था जारी रहेगी

Dalai Lama News: तिब्बती आध्यात्मिक नेता के उत्तराधिकारी पर कंट्रोल करने के चीन के लगातार प्रयासों को दलाई लामा ने सीधे चुनौती देते हुए बड़ा ऐलान किया है। 6 जुलाई को अपना 90वां जन्मदिन मनाने से पहले दलाई लामा ने बुधवार (2 जुलाई) को कहा कि उनकी मौत के बाद भी 'गादेन फोडरंग ट्रस्ट' जारी रहेगी। धर्मशाला में उनके ऑफिस की तरफ से जारी किए गए बयान में दलाई लामा ने कहा कि गादेन फोडरंग ट्रस्ट के पास ही भावी उत्तराधिकारी को मान्यता देने का एकमात्र अधिकार है। इसके साथ ही उन्होंने इस अनिश्चितता को समाप्त कर दिया कि उनके बाद उनका कोई उत्तराधिकारी होगा या नहीं।

14वें दलाई लामा को ल्हामा थोंडुप भी कहा जाता है। उनके 90वें जन्मदिन का जश्न 30 जून को धर्मशाला के पास मैकलॉडगंज के मुख्य मंदिर सुगलागखांग में शुरू हुआ। बयान में कहा गया, "मैं पुष्टि करता हूं कि दलाई लामा की संस्था जारी रहेगी और मैं दोहराता हूं कि गादेन फोडरंग ट्रस्ट के पास भावी पुनर्जन्म को मान्यता देने का एकमात्र अधिकार है। इस मामले में किसी और को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।"

24 सितंबर, 2011 को तिब्बती आध्यात्मिक परंपराओं के प्रमुखों की एक बैठक के दौरान दलाई लामा ने कहा था, "मैंने 1969 में ही स्पष्ट कर दिया था कि संबंधित लोगों को यह तय करना चाहिए कि भविष्य में दलाई लामा के पुनर्जन्म को जारी रखा जाना चाहिए या नहीं।"

उन्होंने कहा था कि जब वह 90 वर्ष के हो जाएंगे, तो वह तिब्बती बौद्ध परंपराओं के उच्च लामाओं, तिब्बती जनता और तिब्बती बौद्ध धर्म का पालन करने वाले अन्य लोगों से परामर्श करेंगे। ताकि यह मूल्यांकन किया जा सके कि दलाई लामा की संस्था को जारी रखा जाना चाहिए या नहीं।

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