क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज का मानना है कि इंडिगो को मौजूदा क्राइसिस की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। उसने कंपनी के रेवेन्यू में लॉस की आशंका जताई है। कंपनी को रिफंड के रूप में कस्टमर्स को करोड़ों रुपये लौटाने पड़े हैं। रेगुलेटर कंपनी पर पेनाल्टी भी लगा सकता है। इस पूरी क्राइसिस की वजह डीजीसीए के एफडीटीएल से जुड़े नियम हैं, जिसकी जानकारी एक साल पहले मिल जाने के बावजूद कंपनी पालन करने में नाकाम रही। इस क्राइसिस का असर इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों पर भी पड़ रहा है।
