लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा: मुझे लगता है कि यह एप्रोप्रियट वर्ड इसीलिए उसका इस्तेमाल किया गया था और जब भारत सरकार को लगेगा तो निश्चित रूप से वो और मैं आश्वस्त हूं कि अब तक प्रधानमंत्री जी ने गृह मंत्री जी ने या इस सरकार ने जो कहा है वो उसे निश्चित पूरा किया है। तो पूरा जरूर होगा। जम्मू कश्मीर को स्टेटहुड जरूर मिलेगा। कब मिलेगा? मैं समझता हूं यह मेरा डोमेन नहीं है। इस पर राय देना मेरा उचित नहीं होगा। भारत सरकार उचित समय पर इसका फैसला करेगी। एक विवाद अभी जो पैदा हुआ और वो भी कोलकाता से ही जब वहां पर गए आपके मुख्यमंत्री वहां पर उन्होंने जम्मू कश्मीर में आने के लिए लोगों को इनवाइट किया। उसी समय वहां पर जो लीडर फॉर अपोजिशन है और बीजेपी के नेता भी हैं शुभेंदु अधिकारी। उन्होंने ये कहा कि जिस कश्मीर में धर्म के आधार पर पर्यटकों की हत्या की गई वहां पर नहीं जाना चाहिए उस मुस्लिम बहुल कश्मीर में बल्कि जम्मू जो कि हिंदू बहुल है या फिर देवभूमि हिमाचल है वहां जाना चाहिए। आप लोग चाहे मोदी जी हो चाहे गृह मंत्री अमित शाह जी हो या आप हो आप लोग जो है सो जम्मू कश्मीर की मेन स्ट्रीमिंग के लिए हमेशा देश के बाकी हिस्सों के लोगों को कहते हैं कि वो आए यहां पर। मैं समझता हूं कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है। एज ए लेफ्टिनेंट गवर्नर ऑफ जम्मू कश्मीर मैं हर कोशिश कर रहा हूं कि देश के हर क्षेत्र से यहां अधिक से अधिक संख्या में लोग आवे। मैं समझता हूं भारत सरकार भी माननीय प्रधानमंत्री जी या गृह मंत्री जी भी इसके लिए प्रयत्न कर रहे हैं। भारत सरकार के अनेक वरिष्ठ मंत्री अभी पिछले एक हफ्ते में कृषि मंत्री, पशुपालन मंत्री, पर्यटन मंत्री, तमाम कंसल्टेटिव कमेटी, स्टैंडिंग कमेटी यहां आ रही है। भारत सरकार के अनेक कार्यक्रम हो रहे हैं। तो यह भारत सरकार की घोषित नीति है और इसके लिए सरकार प्रयत्न कर रही है। मैं निजी तौर पर भी प्रयत्न कर रहा हूं कि पर्यटकों की संख्या बढ़े क्योंकि पिछले 4 वर्षों में जिस तरह से पर्यटक यहां आए उसके कारण यहां की अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल आया। लोगों में समृद्धि आई। अब वो जिन्होंने बयान दिया है उनका व्यक्तिगत बयान हो सकता है। मैं समझता हूं कि इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए।