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Operation Sindoor Debate: 'कान खोलकर सुन लें, PM मोदी की ट्रंप से नहीं हुई बात'; ऑपरेशन सिंदूर पर जयशंकर, राहुल गांधी पर बोला हमला

Operation Sindoor Debate: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जब भी पाकिस्तान हमला करेगा, हम उसे ऐसा ही करारा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने बरसों बरस आतंकवाद का दंश सहा है। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर से हमने लक्ष्य हासिल किए

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Jul 30, 2025 पर 3:47 PM
Operation Sindoor Debate: 'कान खोलकर सुन लें, PM मोदी की ट्रंप से नहीं हुई बात'; ऑपरेशन सिंदूर पर जयशंकर, राहुल गांधी पर बोला हमला
Operation Sindoor Debate: विदेश मंत्री ने कहा कि 22 अप्रैल से 16 जून तक, एक भी फोन राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच में नहीं हुआ

Parliament Monsoon Session 2025 News Updates: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को राज्यसभा में स्पष्ट किया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के साथ सीजफायर को लेकर किसी भी तीसरे पक्ष की ओर से कोई मध्यस्थता नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इसका सवाल ही नहीं उठता। विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि इस सैन्य कार्रवाई को रोकने का व्यापार से कोई संबंध नहीं था। जयशंकर ने राज्यसभा में पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा’’ में हस्तक्षेप करते हुए यह भी कहा कि भारत ने बरसों बरस आतंकवाद का दंश सहा है।

विदेश मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 16 जून के बीच फोन पर कोई बातचीत नहीं हुई। जयशंकर ने कहा, "मैं उनको कहना चाहता हूं, वो कान खोलकर सुन ले। 22 अप्रैल से 16 जून तक, एक भी फोन राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच में नहीं हुआ।" विपक्ष सरकार पर यह आरोप लगा रहा है कि अमेरिका की मध्यस्थता और व्यापारिक दबाव के कारण भारत ने सैन्य अभियान रोका। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा किया है।

पाकिस्तान को दी धमकी

न्यूज एजेसी पीटीआई के मुताबिक जयशंकर ने कहा, "भारत अब सीमा पार से आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। पाकिस्तान की हर आक्रामकता का जवाब हम ऑपरेशन सिंदूर जैसे ठोस कदमों से देते रहेंगे।" उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जरिये पाकिस्तान ने लक्ष्मण रेखा लांघी है।" विदेश मंत्री ने कहा कि इस हमले के दोषियों को जवाबदेह ठहराना और पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करना आवश्यक था। उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद पर भारत का जवाब है और आतंकवाद पर भारत के जवाब को पूरी दुनिया ने देखा।"

उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को क्रूरतम पहलगाम आतंकी हमले की सोची-समझी सटीक प्रतिक्रिया करार देते हुए कहा कि यह अब भारत की नई नीति का आधार बन गया है। उन्होंने पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित करने और अटारी सीमा बंद करने जैसे कूटनीतिक निर्णयों का जिक्र किया। जयशंकर ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद सरकार की सुरक्षा मामलों की समिति की तत्काल बैठक हुई जिसमें कई निर्णय लिए गए।

सिंधु जल संधि निलंबित

जयशंकर ने कहा, "अहम निर्णय सिंधु जल संधि को निलंबित करने का हुआ। एक अनूठी संधि है और मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कहीं भी ऐसी संधि होगी जिसके तहत अपनी नदियों के पानी का बड़ा हिस्सा दूसरे देश को दिया जाता है। हमले के बाद इस संधि को निलंबित करने का निर्णय लिया गया क्योंकि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।"

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