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'थरूर को कोई देशहित में बोलने से रोक नहीं सका'; अपने ही सांसद पर घिरी कांग्रेस, BJP ने लिए मजे

Operation Sindoor Debate: संसद के मानसून सत्र का पहला सप्ताह हंगामे की भेंट चढ़ने के बाद सोमवार (28 जुलाई) को पहलगाम आतंकी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' पर तीखी चर्चा हुई। सत्तारूढ़ NDA गठबंधन और विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े मुद्दों पर आमने-सामने थे। इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर चर्चा में बने रहे

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Jul 28, 2025 पर 10:42 PM
'थरूर को कोई देशहित में बोलने से रोक नहीं सका'; अपने ही सांसद पर घिरी कांग्रेस, BJP ने लिए मजे
Opposition Sindoor Debate: बीजेपी सांसद ने कहा कि अच्छा लगा कि शशि थरूर को कोई देशहित में बोलने से रोक नहीं सका

Operation Sindoor Debate: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बैजयंत पांडा ने कांग्रेस और उसके सांसद शशि थरूर के बीच कड़वाहट होने को लेकर सोमवार (28 जुलाई) को लोकसभा में तंज कसते हुए कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि थरूर को कोई देशहित में बोलने से रोक नहीं सका। पांडा ने सदन में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए थरूर का उल्लेख किया। लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा में जिन नेताओं को भाग लेना है, उनमें थरूर का नाम नहीं हैं। हालांकि कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि थरूर से चर्चा में भाग लेने के लिए उनकी इच्छा पूछी गई थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।

पीटीआई के मुताबिक 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान लोकसभा में बीजेपी सांसद पांडा ने कहा, "(विपक्ष में) कई सारे नेता बहुत अच्छा बोल सकते हैं। मेरे मित्र शशि थरूर बहुत अच्छा बोलते हैं। लेकिन उनकी पार्टी की तरफ से उन्हें बोलने नहीं दिया जाता है। मुझे बहुत अच्छा लगा कि देशहित में बोलने से (उन्हें) कोई रोक नहीं सका।" उनकी इस टिप्पणी का कांग्रेस के सदस्यों ने पुरजोर विरोध किया।

कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी वाड्रा, गौरव गोगोई, सप्तगिरि उलाका, प्रनीति शिंदे और ब्रजेंद्र ओला सदन में बोलेंगे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी इस विषय पर अपनी बात रखेंगे। पहलगाम हमले और उसके जवाब में शुरू हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सरकार द्वारा भारत का पक्ष रखने के लिए विदेश भेजे गए सात प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व करने वाले थरूर ने हाल ही में कुछ ऐसे बयान दिए थे, जो कांग्रेस के आधिकारिक रुख के विपरीत थे।

पांडा ने संसद में कहा, "भारत ने कई बार शांति का हाथ बढ़ाया, पाकिस्तान ने हर बार आतंक का रास्ता अपनाया।" पांडा ने कहा कि अतीत में सरकारों का रवैया कार्रवाई का नहीं, बल्कि बातचीत का होता था। उन्होंने पूर्ववर्ती UPA सरकार का नाम लिए बिना कहा, "आज का भारत 2008 का भारत नहीं है। यह बदलाव नीतियों में बदलाव के कारण हुआ है।"

सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई और मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश ने थरूर से संपर्क कर पूछा था कि क्या वह ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में भाग लेना चाहते हैं। उनका कहना है, "इस पर थरूर ने कहा कि वह इस चर्चा में भाग लेने के इच्छुक नहीं हैं और सदन में बाद में दूसरे विषय पर बोल सकते हैं।"

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