दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले में 26 बेकसूर सैलानियों की जान चली गई। जिंदा बचे लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकी बैसरन में घूम रहे पर्यटकों के पास पहुंचे। उनसे उनकी पहचान और नाम पूछा और गोली मार दी। इतना ही नहीं आतंकियों ने कई लोगों से कमला पढ़ने को भी कहा, जो पढ़ पाया उसे छोड़ दिया, जो नहीं पढ़ पाया उसे मार दिया। जिंदा बचे लोगों में से एक असम यूनिवर्सिटी के बंगाली डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य भी हैं, जो बैसारन में हमले वाली जगह अपने परिवार के साथ एक पेड़ नीचे लेटे थे। उन्होंने कहा मैं बच गया, क्योंकि मैंने कलमा पढ़ दिया था।
