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'औरंगजेब की कब्र तोड़ते वक्त चंद्रबाबू नायडू और नीतीश को भी बुला लें' नागपुर हिंसा पर उद्धव ठाकरे ने BJP पर साधा निशाना

Nagpur Violence: पूर्व मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी BJP पर एक कटाक्ष है, जिसने केंद्र में नीतीश की जनता दल (यूनाइटेड) और नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के सहयोग से सरकार बनाई है। यही गठबंधन बिहार और आंध्र प्रदेश में भी है। दोनों ही पार्टियों को धर्मनिरपेक्ष माना जाता है और आबादी के लिहाज से मुस्लिमों को अपना बड़ा समर्थक मानते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 18, 2025 पर 9:07 PM
'औरंगजेब की कब्र तोड़ते वक्त चंद्रबाबू नायडू और नीतीश को भी बुला लें' नागपुर हिंसा पर उद्धव ठाकरे ने BJP पर साधा निशाना
Nagpur Violence: नागपुर हिंसा पर उद्धव ठाकरे ने BJP पर साधा निशाना

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि केंद्र और राज्य में सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी (BJP) को अगर चाहे तो मुगल शासक औरंगजेब की कब्र हटा देनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसा करने से पहले उन्हें अपने सहयोगी आंध्र प्रदेश से चंद्रबाबू नायडू और बिहार से नीतीश कुमार को भी बुलाना चाहिए। ठाकरे ने नागपुर में हुई हिंसा पर मीडिया से बात करते हुए कहा, "अगर आप चाहें तो उसकी (औरंगजेब की) कब्र हटा सकते हैं, लेकिन उस दौरान चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को भी बुलाएं।"

पूर्व मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी BJP पर एक कटाक्ष है, जिसने केंद्र में नीतीश की जनता दल (यूनाइटेड) और नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के सहयोग से सरकार बनाई है। यही गठबंधन बिहार और आंध्र प्रदेश में भी है।

दोनों ही पार्टियों को धर्मनिरपेक्ष माना जाता है और आबादी के लिहाज से मुस्लिमों को अपना बड़ा समर्थक मानते हैं। दोनों ही पार्टियों ने हिंदुत्व पर भाजपा की लाइन पर चलने से इनकार कर दिया है और कई मुद्दों पर BJP के सख्त रुख के खिलाफ भी देखी जाती हैं।

ठाकरे ने आगे कहा कि इस मुद्दे पर टकराव की "कोई जरूरत नहीं" है, क्योंकि विवादित शासक की मौत 300 साल पहले हो चुकी है और उन्होंने बीजेपी को नागपुर में हुई हिंसा का कारण पता लगाने की सलाह दी।

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