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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने LoC पर T-72 टैंकों से मचाई थी तबाही, रौंद दिए थे कई पाकिस्तानी पोस्ट

India-Pakistan Conflict: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने T-72 मुख्य युद्धक टैंकों को LoC पर तैनात किया था। सेना के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी गोलीबारी का जवाब में भारत ने T-72 टैंकों से बॉर्डर पर पाक सेना की कई चौकियों को तबाह कर दिया

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड May 19, 2025 पर 10:36 PM
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने LoC पर T-72 टैंकों से मचाई थी तबाही, रौंद दिए थे कई पाकिस्तानी पोस्ट
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान टी-72 मुख्य युद्धक टैंकों से पाक सेना की चौकियों को नष्ट किया

Operation Sindoor: 7 से 10 मई के बीच भारत-पाकिस्तान के बीच जबरदस्त सैन्य टकराव देखने को मिला। 7 मई को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह किया। भारत का हमला आतंक के खिलाफ था हालंकी पाकिस्तान ने इसे अपने खिलाफ हमला मां लिया और जवाबी कार्रवाई करने लगा। इसके बाद दोनों देश की सेनाओं के बीच सैन्य शक्ति का प्रदर्शन देखने को मिला। पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन और मिसाइल अटैक किया जिसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया।

ये तो रही हवाई हमले और उससे बचने की बात। दूसरी तरफ पाकिस्तानी LoC पर भी लगातार गोलीबारी करने के साथ भारतीय क्षेत्र में आगे बढ़ने का प्रयास कर रही थी। जानकारी के मुताबिक सेना ने इनका जवाब T-72 टैंकों से दिया। भारतीय सैनिकों ने टैंकों की मदद से बॉर्डर पर सीजफायर के उल्लंघन का मुहंतोड़ जवाब दिया।

सैनिकों ने T-72 टैंकों से पाकिस्तानी चौकियों को रौंदा

सेना के अधिकारियों के अनुसार, भारतीय सेना की बख्तरबंद इकाइयों ने सीजफायर उल्लंघनों से निपटने के लिए LoC के करीब T-72 युद्धक टैंकों को तैनात किया। 7 से 10 मई तक चले टकराव के दौरान इन टैंकों ने कई पाकिस्तानी चौकियों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। टैंकों पाकिस्तानी पोस्ट तबाह करने के वीडियो भी सामने आए है।अधिकारियों ने बताया कि टैंकों के साथ-साथ मशीनी गनों से लोडेड पैदल सेना इकाइयों ने भी पाकिस्तानी सैनिकों के किसी भी तरह की बढ़त से निपटने और अनुमति मिलने पर हमला बोलने के लिए तैनात किया है।

कितना पावरफुल है T-72 टैंक

T-72 टैंक सोवियत संघ द्वारा विकसित एक मुख्य युद्धक टैंक है, जो 1973 में सेवा में आया। यह अपनी विश्वसनीयता, मारक क्षमता और अपेक्षाकृत कम लागत के लिए जाना जाता है, जिसके कारण यह दुनिया के सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले टैंकों में से एक बन गया। इसमें 125 मिमी की स्मूथबोर गन, स्वचालित लोडर और तीन क्रू मेंबर होते हैं। इसके कई वेरिएंट विकसित किए गए हैं और यह आज भी रूस सहित कई देशों की सेनाओं में सक्रिय है। भारत भी T-72 का एक बड़ा उपयोगकर्ता है।

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