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'गुरुद्वारे सिखों के लिए हैं हिंदुओं के लिए नहीं...', पाकिस्तान ने हिंदू तीर्थयात्रियों को ननकाना साहिब जाने से रोका, वीजा रद्द होने से आहत श्रद्धालु

Nankana Sahib: श्रद्धालु अजय कुमार ने बताया कि, मेरे सभी दस्तावेज और वीजा क्लियर थे, लेकिन मेरा पासपोर्ट देखने के बाद पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी ने कहा कि मैं हिंदू हूं और वहां नहीं जा सकता। मेरे साथ गए दो सिख तीर्थयात्रियों को जाने की अनुमति दी गई

Curated By: Abhishek Guptaअपडेटेड Nov 05, 2025 पर 4:09 PM
'गुरुद्वारे सिखों के लिए हैं हिंदुओं के लिए नहीं...', पाकिस्तान ने हिंदू तीर्थयात्रियों को ननकाना साहिब जाने से रोका, वीजा रद्द होने से आहत श्रद्धालु
यात्री अमर चंद ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों ने उनसे कहा, 'गुरुद्वारे सिखों के लिए हैं, हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए नहीं'

Nankana Sahib: गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर पाकिस्तान ने अटारी-वाघा सीमा पर कई हिंदू तीर्थयात्रियों को ननकाना साहिब जाने से रोक दिया। परिवारों ने दावा किया कि उनके पास सभी आवश्यक दस्तावेज थे, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने कथित तौर पर उनके वीजा अंतिम समय में रद्द कर दिए। श्रद्धालुओं का आरोप है कि उन्हें यह कहकर रोका गया कि गुरुद्वारे सिखों के लिए हैं, न कि हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए। भारत सरकार के उच्च सूत्रों ने भी इस घटना को गंभीर राजनयिक चिंता' का विषय बताया है।

वीजा रद्द करने का क्या बताया कारण

जिन हिंदू तीर्थयात्रियों को रोका गया, उनमें से एक अमर चंद ने अपने परिवार के साथ हुई घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'मेरे परिवार के सात सदस्यों का वीजा रद्द जा कर दिया गया। वीजा मिलने के बाद, हम वाघा सीमा पर पहुंचें और इमिग्रेशन प्रक्रिया भी पूरी कर ली। लेकिन जैसे ही हम बस में चढ़े, पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने हमें उतरने को कहा। अमर चंद ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों ने उनसे कहा, 'गुरुद्वारे सिखों के लिए हैं, हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए नहीं,' और अंततः उनके वीजा रद्द कर दिए गए। उनका कहना है कि पाकिस्तान भारत के लोगों को विभाजित करना चाहता है। ननकाना साहिब गुरु नानक देव का जन्मस्थान है।

भेदभावपूर्ण व्यवहार से नाराज हुए श्रद्धालु

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