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Sunita Williams Returns Home: 'भारत की बेटी' सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव में जश्न, खुशी से झूम उठे लोग, आधी रात को की गई आतिशबाजी

Sunita Williams Returns Home: सुनीता विलियम्स तीन बार भारत की यात्रा पर आ चुकी हैं। वह 2007 और 2013 में अंतरिक्ष मिशन के बाद भारत आई थीं। उन्हें 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उनके पिता दीपक पांड्या मूल रूप से झूलासन से थे। वे 1957 में अमेरिका चले गए थे

Akhilesh Nath Tripathiअपडेटेड Mar 19, 2025 पर 2:25 PM
Sunita Williams Returns Home: 'भारत की बेटी' सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव में जश्न, खुशी से झूम उठे लोग, आधी रात को की गई आतिशबाजी
Sunita Williams Returns Home: सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी के लिए ग्रामीणों ने एक यज्ञ किया था

Sunita Williams Returns Home: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर सुरक्षित वापसी की खुशी में बुधवार (19 मार्च) को गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित उनके पैतृक गांव झूलासन में जश्न मनाया गया। इस दौरान गांव के एक सरकारी स्कूल में छात्रों सहित बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और जुलूस निकाला। जैसे ही अंतरिक्ष यात्री विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर 'स्पेसएक्स' का यान बुधवार तड़के अमेरिका में फ्लोरिडा तट के पास उतरा, गांव के लोग खुशी से झूम उठे। जमकर आतिशबाजी की गई। लोग खुशी से नाचने लगे। मंदिर परिसर में हर-हर महादेव के जयकारे लगाने लगे। विलियम्स की सुरक्षित वापसी के लिए ग्रामीणों ने एक यज्ञ किया था।

इस मौके का जश्न मनाने के लिए सभी छात्र सुबह करीब साढ़े 9 बजे सरकारी स्कूल में इकट्ठा हुए। उन्होंने पारंपरिक गुजराती लोक नृत्य गरबा किया और देवी डोला माता के मंदिर तक जुलूस निकालने के लिए कतार में खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि देवी ने उनकी प्रार्थना सुन ली और विलियम्स को घर वापस ले आईं। छात्रों ने कहा कि देवी के आशीर्वाद के लिए उन्हें धन्यवाद देने के लिए जुलूस निकाला गया। छात्रों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण भी शामिल हुए।

स्कूल के एक टीचर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "जब सुनीता विलियम्स पिछले साल पांच जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुईं और उनके मिशन में देरी हुई तो हमने 27 जून को यहां एक अखंड ज्योति जलाई। उनके लिए प्रार्थना करते हुए डोला माता के मंदिर तक अखंड ज्योति लेकर जुलूस निकाला।"

उन्होंने कहा, "अब जब देवी ने उनकी (विलियम्स की) रक्षा की है और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है, तो हम इस अवसर का जश्न मनाने और उनके आशीर्वाद के लिए उनका धन्यवाद करने की खातिर संगीत एवं रंग के साथ आज डोला माता मंदिर तक एक और जुलूस निकालेंगे।" लगभग 9 महीने तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रहने के बाद जब सुनीता की वापसी जल्द होने की खबर आई तो तभी से झूलासन में उत्साह का माहौल बना हुआ था।

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