अप्रैल की शुरुआत में ही गर्मी ने जिस तरह से अपना विकराल रूप दिखाया, उसने आम जनजीवन को काफी प्रभावित किया। तेज धूप और बढ़ते तापमान ने लोगों को घरों में कैद रहने पर मजबूर कर दिया था। हालांकि कुछ दिनों की राहत तब मिली जब उत्तर भारत में आंधी-तूफान और हल्की बारिश ने दस्तक दी, जिससे तापमान में गिरावट देखने को मिली। लेकिन ये राहत ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकी। जैसे ही वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हुआ, वैसे ही गर्मी ने एक बार फिर से वापसी कर ली है। खासतौर पर दिल्ली और एनसीआर में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।