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Tips and Tricks: आटा पीसने से पहले गेहूं धोना क्यों है जरूरी? कीड़े-मकोड़े ही नहीं, ये भी है कारण!

Tips and Tricks: भारत में गेहूं हमारे खाने का मुख्य आधार है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि खेत से घर तक आते समय इसके दानों में कितनी गंदगी, कीड़े और अनचाहे कण छुप जाते हैं? यही कारण है कि पुराने पारंपरिक तरीके से इसे धोकर धूप में सुखाना बेहद जरूरी माना जाता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 27, 2025 पर 12:43 PM
Tips and Tricks: आटा पीसने से पहले गेहूं धोना क्यों है जरूरी? कीड़े-मकोड़े ही नहीं, ये भी है कारण!
Tips and Tricks: गीला गेहूं पीसने से चक्की चिपचिपी हो सकती है और आटा ठीक से नहीं पिसता।

भारत में गेहूं सिर्फ एक अनाज नहीं, बल्कि हमारी रोज़मर्रा की सेहत और भोजन का आधार है। इसके आटे का स्वाद, पोषण और पाचन सभी सीधे तौर पर हमारी सेहत से जुड़े हैं। हालांकि, खेत से घर तक आते समय गेहूं के दानों में कई तरह की गंदगी, मिट्टी, कीड़े-मकोड़े और अनचाहे कण जम जाते हैं। यही वजह है कि गांव और कस्बों में लोग गेहूं को पीसने से पहले अच्छी तरह धोकर धूप में सुखाते हैं। यह प्रक्रिया केवल सफाई के लिए नहीं, बल्कि आटे की गुणवत्ता, स्वाद और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।

धुले और सुखाए हुए गेहूं से बने आटे में नमी, बैक्टीरिया और फफूंदी के कण कम रहते हैं, जिससे आटा लंबे समय तक ताजा और शुद्ध बना रहता है। यही कारण है कि पारंपरिक तरीके से गेहूं धोना और सुखाना आज भी हर घर में अपनाया जाता है।

साफ-सुथरा गेहूं

अगर गेहूं को बिना धोए पीस लिया जाए, तो आटे की गुणवत्ता और स्वाद प्रभावित हो सकते हैं। धुला और सुखाया हुआ गेहूं अधिक शुद्ध और पौष्टिक होता है। इसमें लगी मिट्टी और भूसी का असर भी खत्म हो जाता है। नतीजतन, आटे का रंग बेहतर होता है और बनावट हल्की व फूली रहती है।

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