Chhattisgarh Cabinet Expansion: छत्तीसगढ़ में सरकार गठन के बाद मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, 9 मंत्रियों ने ली शपथ
Chhattisgarh Cabinet Expansion: जिन 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली उनमें बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, दयालदास बघेल, केदार कश्यप, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं
पिछले दिनों मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा दो उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा ने शपथ ली थी
Chhattisgarh Cabinet Expansion: छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो गया है। शुक्रवार को राजभवन में 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। 90 सदस्यीय विधानसभा वाले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं। मुख्यमंत्री साय और दो उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा ने 13 दिसंबर को शपथ ली थी।
जिन 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली उनमें बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, दयालदास बघेल, केदार कश्यप, लखनलाल देवांगन, श्याम बिहारी जायसवाल, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बाकी मंत्रियों को भी जल्द शामिल किया जाएगा। पिछले दिनों मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा दो उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा ने शपथ ली थी, उसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा थी।
छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हाथ में राज्य की कमान आई है। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदर्श सिद्धांतों के अनुसार सुशासन का नया दौर शुरू करने के लिए मेरी सरकार संकल्पबद्ध है।
राज्यपाल हरिचंदन ने विधानसभा में अपने अभिभाषण में कहा कि राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव हुए, जो सदस्य जीत कर आए हैं उन्हें मेरी बधाई। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई और कहा आप सभी ने जनता और मतदाताओं को विश्वास जीता है, सदन में स्थान अर्जित किया है, मुझे विश्वास है कि जनता की आकांक्षाओं और उम्मीद को पूरा करने के लिए आप जी जान से जुट जाएंगे।
विधानसभा चुनाव में नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में मतदान के अच्छे आंकड़े सामने आने पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए ग्रामीण और वनांचल में रहने वाली जनता का मनोबल मजबूत हुआ है। मुझे विश्वास है कि इस सदन के सदस्यों के बीच सौहार्द और सम्मानजनक रिश्तों से इस पवित्र सदन का मान बढ़ाने के लिए सभी तत्पर रहेंगे। दोनों पक्षों को मिलकर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से और आदर्श संसदीय परंपराओं से प्रदेश के विकास के रथ को आगे बढ़ाना है।