Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा में पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है। BJP नेता और हरियाणा के अहम दलित चेहरा पूर्व लोकसभा सांसद अशोक तंवर एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। गुरुवार (3 अक्टूबर) दोपहर में बीजेपी की एक रैली को संबोधित करने के तुरंत बाद वह महेंद्रगढ़ में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की जनसभा में आए और कांग्रेस में शामिल हो गए।
बीजेपी नेता एवं सिरसा के पूर्व सांसद अशोक तंवर (Ashok Tanwar joins Congress) लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। बता दें कि पिछली बार हुड्डा के साथ कथित मतभेद के बाद तंवर ने कांग्रेस का साथ छोड़ा था।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान के अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही तंवर महेंद्रगढ़ में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। गुरुवार सुबह तक तंवर बीजेपी के लिए जमीनी स्तर पर और सोशल मीडिया पर प्रचार कर रहे थे। पिछले लोकसभा चुनाव में वे सिरसा सीट से कुमारी शैलजा के खिलाफ भगवा पार्टी के उम्मीदवार थे।
हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके तंवर ने 2019 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे नवंबर 2021 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। फिर अप्रैल 2022 में आम आदमी पार्टी (AAP) में चले गए। इस साल की शुरुआत में वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनके शासन में देश में आए "परिवर्तन" की प्रशंसा की थी।
जींद जिले के सफीदों में बीजेपी उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के कुछ ही घंटों बाद तंवर कांग्रेस में शामिल हो गए। जब राहुल गांधी अपना भाषण समाप्त कर रहे थे, तो मंच से एक घोषणा की गई जिसमें दर्शकों से कुछ मिनट इंतजार करने को कहा गया। इसके तुरंत बाद, तंवर मंच पर आए और घोषणा की गई कि "आज उनकी घर वापसी हो गई है"।
2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सिरसा (SC) से इनेलो उम्मीदवार सीता राम को 35,499 वोटों से हराया था। हालांकि, 2014 के बाद के चुनावों में उन्हें इनेलो के चरणजीत सिंह रोरी ने 1.15 लाख वोटों से हराया था।
2019 में उनकी राजनीतिक असफलताएं जारी रहीं जब वे बीजेपी की सुनीता दुग्गल से 3 लाख से अधिक वोटों से हार गए। तंवर की कांग्रेस में वापसी से आगामी विधानसभा चुनावों से पहले हरियाणा में पार्टी की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है।