MP Election 2023: अगले साल 2024 में होने वाली लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाली NDA सरकार को हराने के लिए तमाम विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर I.N.D.I.A. गठबंधन बनाया है। लेकिन चुनाव से पहले ही गठबंधन में दरार आती दिख रही है। अगले महीने राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित देश के प्रमुख पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी तारीख की घोषणा कर दी गई है। I.N.D.I.A. गठबंधन में एक साथ नजर आ रहीं कई प्रमुख पार्टियां चुनावी राज्यों में एक दूसरे पर हमलावर हो गई हैं। मध्य प्रदेश में I.N.D.I.A. की प्रमुख सहयोगी समाजवादी पार्टी (SP) को सीटें न देने के पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के आरोपों पर कमलनाथ की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
दरअसल, अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के फैसले से नाराज होकर दो टूक कह दिया है कि 2024 चुनाव के लिए कांग्रेस को I.N.D.I.A. गठबंधन के बारे में तय करना है कि यह गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा या प्रदेश स्तर पर। उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि अगर अभी प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं किया गया तो भविष्य में भी प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं होगा।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 229 उम्मीदवारों की घोषणा करने के बाद शुक्रवार (20 अक्टूबर) को छिंदवाड़ा पहुंचे। इस दौरान कमलनाथ ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, "माहौल बहुत अच्छा है। लोग हमें फोन कर रहे हैं और बता रहे हैं कि लोगों में उत्साह है। हम उम्मीद से भी बेहतर संख्या से जीतेंगे..।" वहीं, जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कांग्रेस पर 'विश्वासघात' के आरोपों पर कमलनाथ ने कहा, "अरे भाई छोड़ो अखिलेश वखिलेश..." यह वीडियो वायरल हो गया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा एक भी सीट नहीं दिए जाने से नाराज अखिलेश ने गुरुवार को संकेत दिया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ भी वैसा ही व्यवहार किया जा सकता है। सपा प्रमुख ने तीखे लहजे में कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को अपने 'चिरकुट नेताओं' को उनकी पार्टी के बारे में टिप्पणी करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। उनकी इस टिप्पणी से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में दरार दिखने लगी है।
सपा प्रमुख ने कहा कि यदि उन्हें पता होता कि I.N.D.I.A. गठबंधन बस राष्ट्रीय स्तर के लिए है तो उनकी पार्टी के नेताओं ने मध्य प्रदेश की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस का फोन नहीं उठाया होता। सीतापुर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "मैं भ्रमित हो गया था।"
यादव ने कहा कि यदि यह गठबंधन केवल संसदीय चुनाव के लिए है तो उनकी पार्टी इसे स्वीकार करती है, लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि जब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी तो कांग्रेस के लिए मुश्किल होगी।