महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कभी शिवसेना का गढ़ माने जाने वाली वर्ली सीट पर इस बार 2024 में बड़ा ही रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस विधानसभा सीट से महायुति की ओर से कांग्रेस छोड़ शिवसेना-शिंदे में शामिल हुए मिलिंद देवड़ा ने नामांकन किया है। वहीं महाविकास अघाड़ी (MVA) से शिवसेना-उद्धव के नेता आदित्य ठाकरे मैदान में हैं। इस सीट से मौजूदा समय में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे विधायक हैं। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में आदित्य ठाकरे ने 89,248 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वर्ली सीट पर मुकाबला बेहद रोमांचक हो सकता है। इसकी वजह ये है कि इस सीट पर 1990 से शिवसेना का दबदबा है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव मे आदित्य ठाकरे ने 65 फीसदी वोट शेयर के साथ जीत हासिल की थी। इस बार देवड़ा का कहना है कि वे लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के इरादे से मैदान में उतरे हैं। उन्हें विश्वास है कि वे इस सीट पर लोगों का विश्वास जीतेंगे।
2019 में आदित्य ठाकरे और सुरेश माने की बीच था टक्कर
2019 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर आदित्य ठाकरे और उस वक्त के एनसीपी नेती डॉ सुरेश माने के बीच टक्कर देखने को मिला था। सुरेश मान को यहां से 53,665 वोट मिले थे जबकि आदित्य ठाकरे को 89,248 वोट मिले थे और वो 35,583 वोटों से जीत गए थे। बता दें कि वर्ली सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 2,65,091 है। जिसमें पुरुष मतदाता 1,49,064 तो महिला मतदाता की संख्या 1,16,024 है। ऐसे में देखना होगा कि इस बार वहां की जनता किसको अपना नेता चुनती है।
वर्ली विधानसभा रहा है शिवसेना का गढ़
वर्ली विधानसभा पिछले कई सालों से शिवसेना का गढ़ रहा है। 2014 में वर्ली विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना के सुनील शिंदे विधायक थे। उनको 60,625 वोट मिले थे जबकि दूसरे स्थान पर एमसीपी के नेता सचिन अहीर रहे थे। अहीर को 37,613 वोट मिले थे। 2014 में इस सीट से भाजपा के सुनील दत्तात्रेय राणे को 30,849 वोट मिले थे। इस वजह से इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था।
20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर चुनाव परिणाम
288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है। जिसके लिए सत्ताधारी महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। वहीं लोकसभा चुनाव में 48 सीटों में से महायुति को केवल 18 सीट ही मिली थी। जिसमें बीजेपी-10,शिवसेना-7 और एनसीपी की 1 सीट शामिल थी। वहीं विपक्षी महाविकास आघाडी की बात करें तो उन्हें 29 सीटें मिली थी। जिसमें कांग्रेस-13,शिवसेना (ठाकरे)-9 और एनसीपी (शरद) के 07 सीटें शामिल थी।