Dry days in Maharashtra: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के चलते मुंबई में चार दिन ड्राई डे का ऐलान किया गया है। इन चार दिनों में देश की आर्थिक राजधानी में शराब की दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुंबई समेत राज्य के कुछ अन्य शहरों में चार दिन ड्राई डे रहेगा, जो 18 नवंबर, सोमवार से शुरू होंगे। राष्ट्रीय या सांस्कृतिक महत्व वाले दिनों में लगाए जाने वाले ड्राई डे पर शराब की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी। CNBC-TV18 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय चुनाव आयोग (EC) के आदेश के अनुसार, चुनाव को सुचारू रूप से चलाने के लिए मुंबई और अन्य शहरों में चार दिनों तक शराब की बिक्री पर बैन रहेगा।
महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए मुंबई और अन्य शहरों में 18 नवंबर यानी सोमवार को शाम 6 बजे से 20 नवंबर को शाम 6 बजे तक शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा 23 नवंबर को शाम 6 बजे तक शराब की बिक्री पर बैन रहेगा, क्योंकि चुनाव आयोग उस दिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित करेगा।
इस बीच, बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने अपने अंतर्गत काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए 20 नवंबर को छुट्टी घोषित कर दी है ताकि वे अपना वोट डाल सकें। बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी के आदेश के अनुसार, आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी कंपनी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीएमसी सीमा के भीतर काम करने वाले किसी भी कर्मचारी को 20 नवंबर को छुट्टी लेने के लिए दंडित नहीं किया जा सकता है या उसका वेतन नहीं काटा जा सकता है।
वर्तमान महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। महाराष्ट्र में फिलहाल 'महायुति' गठबंधन की सरकार है, जिसके मुखिया शिवसेना के सीएम एकनाथ शिंदे हैं। इस सत्ताधारी गठबंधन में शिवसेना के अलावा भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शामिल है।
दूसरी तरफ, विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (MVA) है। इसमें उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT), कांग्रेस तथा वरिष्ठ नेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र की राजनीति बिल्कुल बदल गई है। साल 2019 का विधानसभा चुनाव बीजेपी और अविभाजित शिवसेना ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बैनर तले साथ मिलकर लड़ा था।
राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने 165 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और वह 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। जबकि शिवसेना ने 126 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 56 पर जीत मिली थी। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने 147 सीट पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे 44 सीट पर जीत मिली थी। वहीं, एनसीपी को 121 में से 54 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। हालांकि, इस बार शिवसेना और एनसीपी दो फाड़ हो चुके हैं।