Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार (11 नवंबर) को चुनाव आयोग में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष पर महाराष्ट्र में भारतीय संविधान के बारे में गलत बयान देने और "दो राज्यों के बीच मतभेद पैदा करने" के लिए झूठ बोलने का आरोप लगाया गया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला और हमने उन्हें बताया कि महाराष्ट्र के चुनाव में नेता प्रतिपक्ष ने फिर से झूठ बोलने का प्रयास किया है।
मेघवाल ने कहा, "उन्होंने (राहुल गांधी ने) कहा कि बीजेपी संविधान को नष्ट करने वाली है, तोड़ने और समाप्त करने वाली है..इसे रोका जाना चाहिए। वह बार-बार ऐसा कर रहे हैं। हमने कहा है कि BNS की धारा 353 के तहत लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज होनी चाहिए यही मांग लेकर हम यहां (चुनाव आयोग दफ्तर) आए थे।"
राहुल गांधी के 6 नवंबर के भाषण का हवाला देते हुए भारतीय चुनाव आयोग (ECI) को दी गई बीजेपी की शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने "चुनावी कानूनों, आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) और आपराधिक कानून का घोर उल्लंघन" किया है।
न्यूज 18 के मुताबिक पत्र में कहा गया है, "हम आपके संज्ञान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राहुल गांधी द्वारा आदर्श आचार संहिता और अन्य चुनावी तथा दंडात्मक कानूनों का घोर उल्लंघन लाना चाहते हैं, जबकि महाराष्ट्र राज्य में 15 अक्टूबर, 2024 से आदर्श आचार संहिता लागू है।" बीजेपी ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद यह कहकर कि सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को महाराष्ट्र से गुजरात में ट्रांफसर किया जा रहा है। राज्य के युवाओं को "उकसाने" की कोशिश कर रहे हैं, जो "राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए बेहद खतरनाक" है।
शिकायत में आगे कहा गया है, "जैसा कि अपेक्षित था और उनके प्रचार और सामान्य आचरण के सामान्य पैटर्न के अनुरूप राहुल गांधी का भाषण झूठ और मिथ्या से भरा था। उसका उद्देश्य भारत संघ के राज्यों के बीच असंतोष, दुश्मनी और दुर्भावना पैदा करना था। राहुल गांधी ने अपने भ्रामक बयान से महाराष्ट्र और गुजरात (और) अन्य राज्यों के लोगों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश की है। वह लगातार बीजेपी के खिलाफ झूठे, निराधार, असत्यापित और निराधार आरोप लगा रहे हैं।"
इसमें यह भी कहा गया है कि राहुल गांधी का यह (उनका स्पीच) "स्थान, जाति और धर्म के आधार पर दरार पैदा करने का" "नापाक प्रयास" है। इसका "केवल महाराष्ट्र राज्य में चल रहे विधानसभा चुनावों में चुनावी लाभ हासिल करने का टारगेट है"।
चुनाव आयोग से मिलने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को हताशा दिख रही है क्योंकि उनको एक बार फिर महाराष्ट्र और झारखंड में कांग्रेस और उनके गठबंधन को हार दिख रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलेगा। राहुल गांधी इससे परेशान हो गए हैं इसलिए कुछ भी बयान दे रहे हैं कि संविधान खतरे में है। गुजरात और महाराष्ट्र में आपपस में मतभेद करना चाह रहे हैं। चुनाव आयोग ने उन्हें बहुत बार नोटिस दिया है लेकिन वह सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसलिए हमने चुनाव आयोग से कठोर कार्रवाई करने को कहा है।