Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक जनसभा में पहुंचीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता एवं पूर्व सांसद नवनीत राणा और उनके समर्थकों पर कथित तौर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शनिवार (17 नवंबर) रात खल्लार गांव में हुई घटना के सिलसिले में 45 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। मामले में तीन को हिरासत में लिया है। बीजेपी नेता की रैली में कुर्सियां फेंकी गईं और धमकी भरे नारे लगाए गए। न्यूज 18 के मुताबिक, उपद्रवियों ने राणा की सभा में बाधा डाली, कुर्सियां तोड़ीं और तनाव पैदा किया। पुलिस ने राणा की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया और घटना की जांच कर रही है।
अमरावती (ग्रामीण) पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने पीटीआई को बताया, "नवनीत राणा अपने समर्थकों के साथ रात करीब 10 बजे एक जनसभा में भाग लेने पहुंची थीं, तभी भीड़ में से कुछ लोगों ने कथित तौर पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और अभद्र इशारे किए।"
आनंद ने बताया कि इसके बाद उनके समर्थकों की भीड़ में मौजूद आरोपियों के साथ झड़प हुई और बीजेपी नेता तथा उनके साथियों पर कुर्सियां फेंकी गईं। उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। अधिकारी ने कहा कि घटना के बाद राणा ने पास के थाने में शिकायत दर्ज कराई।
आनंद ने कहा, "हमने दंगा, हत्या के प्रयास और भारतीय न्याय संहिता तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की अन्य संबंधित धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की है। पांच लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 40 अज्ञात हैं। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।"
अमरावती ग्रामीण क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर किरण वानखड़े ने बताया कि रैली के दौरान दो समूहों के बीच विवाद हुआ। हालांकि बाद में स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया। उन्होंने कहा, "रैली के दौरान दो समूहों के बीच विवाद हुआ। हमने नवनीत राणा की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। स्थिति अब नियंत्रण में है। गांव में पुलिस चौकी स्थापित की गई है। हम नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें। आगे की जांच चल रही है।"
इस बीच, राणा ने पुलिस को घटना के संबंध में गिरफ्तारी करने के लिए डेडलाइन दी है। उन्होंने कहा, "हमने शिकायत दर्ज कर ली है। अगर जल्द ही किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो अमरावती का पूरा हिंदू समुदाय यहां इकट्ठा होगा।"
घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि वे खल्लार में शांतिपूर्ण तरीके से प्रचार कर रही थी, तभी कुछ लोगों ने अभद्र इशारे करने शुरू कर दिए और धार्मिक नारे भी लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने आरोप लगाया, "जब हमारे पार्टी समर्थकों ने उनसे मेरे लिए अपशब्दों का इस्तेमाल न करने को कहा, तो उन्होंने कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया।" उन्होंने शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट पर अपनी रैली में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।