कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने सोमवार को उन खबरों को "आधारहीन" बताया, जिनमें ये दावा किया जा रहा था कि महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल श्रीकांत भी शामिल हैं। हालांकि, जूनियर शिंदे ने अब इन अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें सत्ता की कोई चाहत नहीं है और वह अपने लोकसभा क्षेत्र में काम करने के लिए समर्पित हैं।
श्रीकांत शिंदे ने X पर एक लंबाचौड़ा पोस्ट लिखा। इसमें उन्होंने कहा, "महागठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में थोड़ी देरी हो गई है और फिलहाल इसे लेकर खूब चर्चाएं और अफवाहें चल रही हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे खराब सेहत के कारण दो दिन के लिए गांव गए और आराम किया। इसलिए ऐसी अफवाहें पनपीं। पिछले दो दिनों से यह खबर सवालिया निशान के साथ दी जा रही है कि मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा। दरअसल इसमें कोई सच्चाई नहीं है और मेरे उपमुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही सभी खबरें बेबुनियाद और निराधार हैं।"
शिंदे ने आगे लिखा, "लोकसभा चुनाव के बाद भी मुझे केंद्र सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला, लेकिन पार्टी संगठन के लिए काम करने की सोच कर मैंने तब भी मंत्री पद ठुकरा दिया।"
उन्होंने कहा कि मुझे सत्ता में पद की कोई चाहत नहीं है। मैं एक बार फिर साफ कर दूं कि मैं राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं। मैं केवल अपने लोकसभा क्षेत्र और शिवसेना के लिए काम करूंगा।
लोकसभा सांसद ने लिखा, "हम मीडिया के उत्साह और प्रतिस्पर्धा को समझ सकते हैं, लेकिन मेरा उनसे अनुरोध है कि समाचार देते समय वास्तविकता से मुंह न मोड़ें। एक छोटी सी उम्मीद है कि मेरे बारे में चर्चाएं अब कम से कम बंद होंगी।"