20 नवंबर को होने वाले 288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इस बार काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। वजह है शिवसेना और शरद पवार की NCP का दो भागों में टूट जाना। 2019 विधानसभा में जहां ये दोनों पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में थीं, तो इस बार पूरा मामला ही उलट है। मुंबई साउछ सेंट्रल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आना वाली हाई प्रोफाइल माहिम विधानसभा सीट पर भी काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है।
इस सीट से पहली बार महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे चुनावी मैदान में हैं। जबकि 2019 विधानसभा चुनाव में शिवसेना के सदा सरवणकर ने इस सीट से जीत दर्ज की थी।
माहिम में इन नेताओं के बीच है मुकाबला
माहिम विधानसभा सीट पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) की तरफ से राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं शिवसेना (यूबीटी) के महेश सावंत और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता और मौजूदा विधायक सरवणकर भी मैदान में हैं।
2019 में इस सीट से शिवसेना को जीत मिली थी, लेकिन इस बार शिवसेना दो भागों में बट गई है, जिससे यहां त्रिकोणिय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
2019 में SHC और MNS के बीच रही थी टक्कर
2019 विधानसभा चुनाव में शिवसेना और वर्तमान में शिंदे गुट के सदा सरवणकर ने 61,337 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी, जबकि दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संदीप सुधाकर देशपांडे रहे थे। MNS को यहां 42,690 वोट मिले थे, तो वहीं कांग्रेस के प्रवीण नाइक को 15,246 वोट मिले थे। वहीं 2014 में भी इस सीट से 46,291 वोटों के साथ सदा सरवणकर ने ही जीत दर्ज की थी।
ठाकरे परिवार का गढ़ रही है माहिम सीट
माहिम सीट पर काफी समय से ठाकरे परिवार के लिए खास महत्व रहा है। दरअसल, माहिम में दादर जैसे इलाके आते हैं। यह शिवसेना, उसकी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) और MNS के लिए विशेष अहमियत रखता है।
अविभाजित शिवसेना और MNS का गठन माहिम में ही हुआ था। साल 2009 के चुनाव को छोड़कर पिछले चार दशक से इस सीट पर शिवसेना का कब्जा रहा है। वहीं 2009 में इस सीट से पहली बार MNS ने जीत दर्ज की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव
288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है, जिसके लिए सत्ताधारी महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र के 48 सीटों में से महायुति को केवल 18 सीट ही मिली थी। जिसमें BJP-10, शिवसेना-7 और NCP की 1 सीट शामिल थी।
वहीं विपक्षी महाविकास आघाडी की बात करें, तो उन्हें 29 सीटें मिली थीं, जिसमें कांग्रेस की 13, शिवसेना (ठाकरे) की 9 और NCP (शरद) की सात सीटें शामिल थीं।