Rajasthan Election 2023: राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के राजनीतिक संबंध किसी से छिपे नहीं हैं। एक दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद, दोनों नेताओं के बीच भाई-बहन जैसा प्यार भी बताया जाता है। लेकिन वसुंधरा की पार्टी बीजेपी इस चुनाव में राजे और गहलोत को एक दूसरे का सामने लाकर खड़ा करना चाहती है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में BJP सरदारपुरा सीट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ वसुंधरा राजे को मैदान में उतारने की योजना बना रही है।
उन्होंने कहा कि राजे सरदारपुरा से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। इस सीट पर 1998 से अशोक गहलोत का कब्जा है। हालांकि, बीजेपी ने सरदारपुरा में गहलोत के खिलाफ दूसरे विकल्प के तौर पर केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र शेखावत को भी रखा है।
लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री झालरापाटन सीट से ही चुनाव लड़ना चाहती हैं। वसुंधरा राजे 2003 से राजस्थान विधानसभा में झालावाड़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
बीजेपी कांग्रेस के छह दिग्गजों के खिलाफ दो केंद्रीय मंत्रियों और चार सांसदों को भी मैदान में उतार सकती है। राजसमंद सांसद दीया कुमारी को नाथद्वारा में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के खिलाफ खड़ा किया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इन नेताओं को बड़ी लड़ाई के लिए तैयार रहने के लिए कहा।
जब वसुंधरा राजे ने की गहलोत से मुलाकात
इस महीने की शुरुआत में राजे और गहलोत के बीच हुई मुलाकात की एक तस्वीर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी थी। हालांकि, बाद में राजे के कार्यालय ने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें राजे और गहलोत के अलावा राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी नजर आ रहे हैं।
शाह और नड्डा ने जयपुर में देर रात तक किया मंथन
अमित शाह और जेपी नड्डा बुधवार शाम विशेष विमान से जयपुर पहुंचे और कोर कमेटी की बैठक के लिए हवाई अड्डे के पास होटल गए।
PTI ने बीजेपी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि शाह और नड्डा ने सबसे पहले राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ करीब 15 मिनट तक बैठक की।
इसके बाद वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई, जिसमें पार्टी की चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। हाल ही में BJP की तरफ से आयोजित चार 'परिवर्तन यात्राओं' पर प्रतिक्रिया पर भी चर्चा की गई।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, सह-प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए बीजेपी के प्रभारी अरुण सिंह, राज्य इकाई के अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया और दूसरे नेता मौजूद थे।
बैठक करीब तीन घंटे तक चली। पूनिया और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ पहले दौर के बाद कार्यक्रम स्थल से निकलने वाले पहले व्यक्ति थे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि नड्डा और शाह ने BJP के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, नितिन पटेल, अरुण सिंह, कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर समेत अन्य लोगों के साथ अगले दौर की बैठक की।
एक सूत्र ने कहा, “नेताओं ने विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा की और मेवाड़, वागड़, शेखावाटी, हाड़ौती और मारवाड़ क्षेत्रों और पूर्वी राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के तरीकों पर मंथन किया।”
उन्होंने कहा, “बैठक के दौरान, एक साफ संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन सर्वोच्च है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।”