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Rythu Bandhu: क्या है तेलंगाना सरकार की महत्वकांक्षी 'रायथु बंधु' योजना, जिसे लेकर मचा है घमासान?

Rythu Bandhu schem: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने किसानों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए मई 2018 में रायथु बंधु योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत सरकार राज्य के हर किसान किसान के बैंक अकाउंट में साल में दो बार 5,000-5,000 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से पैसे ट्रांसफर करती है। किसानों को ये पैसे खरीफ और रबी की फसल के वक्त मिलती है

Akhileshअपडेटेड Nov 27, 2023 पर 2:30 PM
Rythu Bandhu: क्या है तेलंगाना सरकार की महत्वकांक्षी 'रायथु बंधु' योजना, जिसे लेकर मचा है घमासान?
Rythu Bandhu: तेलंगाना सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी

Telangana Assembly Election 2023: चुनाव आयोग ने 30 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले सोमवार (27 नवंबर) को तेलंगाना में सत्ताधारी भारत राष्ट्र समिति (BRS) सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'रायथु बंधु (Rythu Bandhu)' के तहत रबी फसलों के लिए किसानों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की किस्त बांटने पर रोक लगा दी। आयोग ने राज्य के वित्त मंत्री टी. हरीश राव द्वारा इसे लेकर सार्वजनिक घोषणा करने के बाद यह फैसला लिया, क्योंकि यह आचार संहिता का उल्लंघन है। चुनाव आयोग का यह आदेश KCR सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

चुनाव आयोग ने एक दिन पहले राज्य में भारत राष्ट्र समिति की सरकार को कुछ आधार पर आचार संहिता की अवधि के दौरान रबी फसलों के लिए किसानों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता की किस्त का भुगतान करने की मंजूरी दे दी थी। हालांकि, सरकार को आचार संहिता के दौरान इसे लेकर प्रचार नहीं करने के लिए भी कहा गया था। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा।

ECI ने क्यों लगाई रोक?

चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को लिखे पत्र में कहा, ''आयोग ने पाया है कि तेलंगाना सरकार के वित्त और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी. हरीश राव ने न केवल आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया है बल्कि इसका प्रचार कर उपरोक्त शर्तों को भी तोड़ा है। इसमें राज्य में चल रही चुनाव प्रक्रिया में विभिन्न दलों के लिए समान अवसर को भी बाधित किया गया है।''

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