दिवाली शुद्ध रूप से बाजार का त्योहार बन गया है। दिवाली की शुरुआत धनतेरस से होती है। आमतौर पर माना जाता है कि धनतेरस के दिन सोना, चांदी, वाहन खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन धनतेरस के दिन सोना चांदी असली धन नहीं है। शास्त्रों में असली धन को कुछ और ही बताया गया है। 90 फीसदी लोग आज भी अनजान हैं कि आखिर धनतेरस के दिन असली धन क्या है। लिहाजा धनतेरस के मौके पर असली धन की पहचान करना बहुत जरूरी है। धनतेरस के इस असली धन के बिना पूरी जिंदगी व्यर्थ है। धनतेरस हमें बताता है कि असली धन हमारा स्वास्थ्य है। अगर हम स्वस्थ और निरोगी नहीं है, तो मेहनत करके धन नहीं कमा सकते हैं।