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Adani Group News: कोलंबो पोर्ट के लिए लोन नहीं लेगी अदाणी पोर्ट्स, अमेरिका को झटका!

Adani Group News: अमेरिका की सरकारी एजेंसी डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन ने एशिया में अपने सबसे बड़े इंफ्रा इनवेस्टमेंट के लिए अदाणी ग्रुप की कंपनी के साथ लोन डील की थी। यह डील आरोपों के साए में हुए थी और अब जब अदाणी पोर्ट्स ने इस डील से बाहर निकलने का ऐलान किया है तो इस समय अदाणी ग्रुप नए आरोपों से जूझ रहा है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Dec 11, 2024 पर 10:37 AM
Adani Group News: कोलंबो पोर्ट के लिए लोन नहीं लेगी अदाणी पोर्ट्स, अमेरिका को झटका!
Adani Group News: दिक्कतों से जूझ रहे गौतम अदाणी ने श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक पोर्ट टर्मिनल के लिए अमेरिकी एजेंसी से लोन के लिए जो सौदा किया था, उससे बाहर निकलने का फैसला किया है।

Adani Group News: दिक्कतों से जूझ रहे गौतम अदाणी ने श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक पोर्ट टर्मिनल के लिए अमेरिकी एजेंसी से लोन के लिए जो सौदा किया था, उससे बाहर निकलने का फैसला किया है। इससे श्रीलंका में चीन के बढ़ते प्रभाव को थामने के लिए भारत और अमेरिका की कोशिशों से जुड़ा एक समझौता खत्म हो गया। यह सौदा करीब एक साल पहले हुआ था। अदाणी ग्रुप की कंपनी ने मंगलवार को एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी। यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन से 55.3 करोड़ डॉलर के लोन के लिए बात हुई थी। पिछले महीने अदाणी ग्रुप पर जब घूसखोरी के आरोप लगे थे तो अमेरिकी एजेंसी ने कहा कि अभी ड्यू डिलिजेंस यानी लोन प्रोसेस चल ही रहा है और लोन पर फाइनल एग्रीमेंट नहीं हुआ है। अब अदाणी कंपनी ने इससे बाहर निकलने का ही ऐलान कर दिया है।

Adani Group अब कैसे करेगा प्रोजेक्ट की फंडिंग?

अमेरिकी एजेंसी से हुए लोन डील से बाहर आने के बाद अब अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (SEZ) अंदरूनी तरीके से और कैपिटल मैनेजमेंट प्लान के जरिए कोलंबो प्रोजेक्ट के लिए फंड जुटाएगी। इस डील से बाहर निकलने को लेकर व्हाइट हाउस और डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं श्रीलंका में जो प्रोजेक्ट है, उस पर काम पहले ही शुरू हो चुका है और इसमें श्रीलंका से भी पार्टनर्स हैं। कोलंबो का पोर्ट हिंद महासागर के सबसे व्यस्त पोर्टों में से एक है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों के पास स्थित है।

एशिया में सबसे बड़े इंफ्रा निवेश से अमेरिकी एजेंसी बाहर

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