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Amazon Web Services का बड़ा प्लान, 1 लाख करोड़ के निवेश से बनेंगे रोजगार के बंपर मौके

Amazon Web Services के भारत में दो डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर रीजन्स हैं। एक एडब्ल्यूएस एशिया पैसिफिक (मुंबई) रीजन 2016 में लॉन्च हुआ था और दूसरा एडब्ल्यूएस एशिया पैसिफिक (हैदराबाद) रीजन नवंबर 2022 में लॉन्च हुआ था। इनका काम भारत में डेटा को सुरक्षित तरीके से स्टोर करने और लो लैटेंसी यानी फटाफट एंड यूजर्स को सर्विस देने का है

अपडेटेड May 18, 2023 पर 10:57 AM
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एमेजॉन (Amazon) की AWS (एमेजॉन वेब सर्विसेज) ने आज भारत में 1270 करोड़ डॉलर (1.05 लाख करोड़ रुपये) निवेश करने का ऐलान किया है।

एमेजॉन (Amazon) की AWS (एमेजॉन वेब सर्विसेज) ने आज भारत में 1270 करोड़ डॉलर (1.05 लाख करोड़ रुपये) निवेश करने का ऐलान किया है। कंपनी ने बयान जारी किया है कि भारत में क्लाउड सर्विसेज की मांग तेजी से बढ़ रही है और इसे लेकर 2030 तक Amazon Web Services देश के क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 1.05 लाख करोड़ रुपये के निवेश को लेकर प्रतिबद्ध है। इससे भारतीय कारोबार में हर साल औसतन 1,31,700 फुल टाइम के बराबर रोजगार के मौके तैयार होंगे। इसमें कंस्ट्रक्शन, फैसिलिटी मेंटेनेंस, इंजीनियरिंग, टेलीकॉम और अन्य सेगमेंट के जॉब शामिल हैं जो भारत में डेटा सेंटर सप्लाई चेन का हिस्सा है।

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2030 तक Amazon Web Services का देश में इतना निवेश

एमेजॉन वेब सर्विसेज के मुताबिक 2030 तक इसका भारत में निवेश 1640 करोड़ डॉलर (1.35 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच जाएगा। इससे पहले कंपनी ने 2016-2022 तक देश में 370 करोड़ डॉलर (30496 करोड़ रुपये) का निवेश किया था। अब यह अगले सात साल में 1270 करोड़ डॉलर (1.05 लाख करोड़ रुपये) निवेश करने जा रही है। इस प्रकार 20230 तक इसका निवेश यहां 1.35 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा। कंपनी का दावा है कि इसके निवेश से स्थानीय अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ रहा है। कंपनी का कहना है कि उसके निवेश से 2030 तक भारत की जीडीपी में उसका योगदान 1,94,700 करोड़ रुपये (2330 करोड़ डॉलर) पर पहुंच जाएगा।


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अब तक देश की जीडीपी में दिया अहम योगदान

एमेजॉन वेब सर्विसेज के भारत में दो डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर रीजन्स हैं। एक एडब्ल्यूएस एशिया पैसिफिक (मुंबई) रीजन 2016 में लॉन्च हुआ था और दूसरा एडब्ल्यूएस एशिया पैसिफिक (हैदराबाद) रीजन नवंबर 2022 में लॉन्च हुआ था। इनका काम भारत में डेटा को सुरक्षित तरीके से स्टोर करने और लो लैटेंसी यानी फटाफट एंड यूजर्स को सर्विस देने का है। कंपनी ने मुंबई वाले डेटा सेंटर में 2016-2022 के बीच 30900 करोड़ रुपये से अधिक निवेश किए हैं। इसमें कैपिटल और ऑपरेटिंग एक्सपेंडिचर्स शामिल हैं।

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इस प्रकार इसने 2016-2022 में देश की जीडीपी में 38200 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान किया और इसने भारतीय कारोबार में सालाना करीब 39500 फुल टाइम के बराबर जॉब तैयार किए। इसके ग्राहकों की बात करें तो इसमें मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, आरोग्यक्षी हेल्थ केयर ट्रस्ट, अशोक लीलैंड, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी लाइफ, टाइटन, क्यूम सिनेमा, नारायण नेत्रालय, बैंकबाजार और यूबी जैसी दिग्गज कंपनियां शुमार हैं।

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