देश का बजट आने के ठीक दसवें दिन देश के सबसे बड़े राज्य में जनता अपने जनप्रतिनिधियों को चुनने की शुरुआत कर देगी। एक फ़रवरी को देश का बजट आएगा और पहले चरण में उत्तर प्रदेश की 58 सीटों के लिए मतदान होना है। कुल सात चरणों में देश के सबसे बड़े प्रदेश की सभी 403 सीटों पर चुनाव होगा और इसकी के साथ अलग-अलग चरणों में उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर की जनता भी अपने जनप्रतिनिधियों को चुनेगी।
आदर्श आचार संहिता लागू होने की वजह से भले ही चुनाव वाले प्रदेशों की सरकारें कोई एलान नहीं कर सकती हैं, लेकिन देश के बजट में उन राज्यों की योजनाओं को तेज़ी देने के लिए बड़े प्रावधान की उम्मीद ज़रूर की जा सकती है। नरेंद्र मोदी सरकार का हर बजट बड़े आर्थिक सुधारों के इर्द गिर्द ही रहता है, लेकिन इस बजट में ऐसे किसी बड़े आर्थिक सुधार का संकेत या उसके लिए प्रावधान होने की गुंजाइश ना के बराबर दिखती है।
बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए यह बड़ी राहत की बात है कि चुनावी माहौल में बजट की बारीकियों को लेकर पहले से बहुत कम टिप्पणी हो रही है और, वायरस काल के दुष्प्रभावों को देखते हुए जनता सरकार से बहुत अधिक उम्मीदें लगाकर नहीं बैठी है।