Union Budget 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी, 2024 को छठी बार यूनियन बजट पेश करेंगी। यह अंतरिम बजट होगा (Interim Budget)। पूर्ण बजट 2024 (Full Budget 2024) में लोकसभा चुनावों के बाद जो नई सरकार बनेगी, उसका वित्त मंत्री पेश करेगा। इसके जुलाई में पेश होने की संभावना है। 2019 में भी अंतरिम बजट पेश हुआ था। इसे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पेश किया था। उस साल लोकसभा चुनावों के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनी थी। तब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई को वित्त वर्ष 2019-20 का पूर्ण बजट पेश किया था। पिछले हफ्ते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह साफ कर दिया था कि 1 फरवरी, 2024 को पेश होने वाले अंतरिम बजट में बड़े ऐलान नहीं होंगे। उन्होंने कहा था कि बड़े ऐलान के लिए पूर्ण बजट तक इंतजार करना होगा, जो जुलाई में पेश होगा। इस तरह 2024 में दो बार यूनियन बजट पेश होगा।
मोदी सरकार की 10 साल की उपलब्धियों पर होगा फोकस
एक्सपर्ट्स का कहना है कि 1 फरवरी, 2024 को पेश होने वाला यूनियन बजट भले ही अंतरिम बजट या वोट-ऑन अकाउंट होगा, फिर भी इसमें कई ऐसी चीजें होंगी जो देश की इकोनॉमी, स्टॉक मार्केट्स, कारोबार आदि के लिए मायने रखती हैं। इकोनॉमिस्ट्स की निगाहें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण पर होंगी। चूंकि यह बजट लोकसभा चुनावों से ठीक पहले पेश होने जा रहा है, जिससे उम्मीद है कि वित्त मंत्री अपने बजट भाषण में सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के करीब 10 साल पूरे होने जा रहे हैं। ऐसे में वित्तमंत्री आर्थिक क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों के बारे में बता सकती हैं। इसलिए इस बार का बजट भाषण लंबा हो सकता है।
इकोनॉमी की अच्छी सेहत का श्रेय लेने की होगी कोशिश
नरेंद्र मोदी की सरकार इंडियन इकोनॉमी की अच्छी सेहत का श्रेय लेने की कोशिश कर सकती है। वित्तमंत्री बजट भाषण में यह बता सकती है कि जब दुनिया की बड़ी इकोनॉमीज सुस्ती दिखा रही हैं तब इंडियन इकोनॉमी तेजी से ग्रोथ कर रही है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7.6 फीसदी रही। दुनिया में इतनी ज्यादा जीडीपी ग्रोथ किसी दूसरे देश में नहीं देखने को मिली है। RBI ने दिसंबर में पेश अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में वित्त वर्ष 2023-24 के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया। पहले उसने इस वित्त वर्ष में 6.5 जीडीपी ग्रोथ का अनुमान जताया था।
टैक्स से जुड़े बेहतर आंकड़ों का जिक्र कर सकती हैं वित्तमंत्री
निर्मला सीतारमण टैक्स से जुड़े बेहतर आंकड़ों पर भी अपने बजट भाषण में जोर दे सकती हैं। इनकम टैक्स फाइलिंग की संख्या रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इस साल 31 जुलाई तक 6.88 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग हुई है। उधर, जीएसटी कलेक्शन में शानदार वृद्धि देखने को मिली है। इससे पता चलता है कि देश में आर्थिक गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। उधर, मैन्युफैक्चरिंग में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 'मेक इन इंडिया', पीएलआई स्कीम और डिफेंस इक्विपमेंट में आत्मनिर्भरता पर सरकार के जोर के अच्छे नतीजे आए हैं। वित्त मंत्री इस बारे में अपने बजट भाषण में विस्तार से बता सकती हैं।