Get App

Budget 2023: बजट को लेकर चल रही हैं कई अफवाहें, अगर ये लागू हुईं तो बढ़ जाएंगी टैक्सपेयर्स की मुश्किलें

Union Budget: केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनकम टैक्स के दायरे में लाने की कोशिश जारी है। सरकार ने कई टैक्स बेनेफिट भी खत्म किए हैं। हालाांकि, यह काम बहुत गुपचुप तरीके से किया गया है

Abhishek Anejaअपडेटेड Jan 31, 2023 पर 10:10 AM
Budget 2023: बजट को लेकर चल रही हैं कई अफवाहें, अगर ये लागू हुईं तो बढ़ जाएंगी टैक्सपेयर्स की मुश्किलें
BUDGET 2023: अफवाह है कि सरकार फिर से वेल्थ टैक्स लगाएगी। सरकार ने 2015 में वेल्थ टैक्स को खत्म कर दिया था। इसे मोदी सरकार का बड़ा रिफॉर्म बताया गया था। वेल्थ टैक्स को हटाने का ऐलान पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 2015 के अपने बजट भाषण में किया था।

कहा जाता है कि किसी चीज को पूरी तरह देखने के बाद ही उसके अच्छे या खराब होने का अंदाजा लगाना चाहिए। केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि बजट भाषण (Budget Speech) में अच्छी बातें होती है। सरकार के सख्त फैसले फाइनेंस बिल (Finance Bill) में शामिल होते हैं। इसका मकसद स्टॉक मार्केट्स (Stock Markets) और फाइनेंस एवं लीगल एक्सपर्ट्स की तुरंत प्रतिक्रिया से बचना है। इस बार भी बजट (Union Budget 2023) को लेकर कई तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि सरकार टैक्स में इजाफा से लेकर टैक्सपेयर्स पर कंप्लायंस का बोझ तक बढ़ा सकती है। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं:

1. वेल्थ टैक्स की शुरुआत

सरकार ने 2015 में वेल्थ टैक्स (Wealth Tax) को खत्म कर दिया था। इसे मोदी सरकार का बड़ा रिफॉर्म बताया गया था। वेल्थ टैक्स को हटाने का ऐलान करते हुए पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने 2015 के अपने बजट भाषण में कहा था, "वित्त वर्ष 2013-14 में इंडिया में कुल वेल्थ कलेक्शन 1,008 करोड़ रुपये था। क्या ऐसा टैक्स जिसके कलेक्शन का खर्च ज्यादा है और यील्ड कम है, उसे बनाए रखना कही होगा? अमीर लोगों को कम इनकम वाले लोगों के मुकाबले ज्यादा टैक्स चुकाना चाहिए। इसलिए मैंने वेल्थ टैक्स खत्म करने का फैसला किया है। इसकी जगह बहुत अमीर लोगों पर अतिरिक्त 2 फीसदी का सरचार्ज लगाया जा रहा है। यह ऐसे लोगों पर लागू होगा, जिनकी टैक्सेबल इनकम एक करोड़ रुपये से ज्यादा होगी। इससे टैक्स के नियमों को आसान बनाने में मदद मिलेगी। डिपार्टमेंट कंप्लायंस और टैक्स बेस बढ़ाने पर फोकस कर पाएगा।"

हालांकि, पिछले कुछ सालों में कुछ संगठनों की तरफ से सुपर रिच लोगों पर फिर से वेल्थ टैक्स लगाने की मांग की जा रही है। उनकी दलील है कि यह पैसा सरकार की वेल्फेयर स्कीमों पर खर्च किया जा सकता है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें